Dengue-Covid-19 Infection : डेंगू से टला कोविड संक्रमण का खतरा, विशेषज्ञ बोले- एक वायरस के चलते दूसरा नहीं हो पाता हॉवी
Dengue- Covid-19 Infection जिले में वायरल बुखार के अलावा मलेरिया और डेंगू ने तेजी से पैर पसारा है। हालांकि इस बीच कोविड संक्रमण के मामले काफी कम हुए हैं। दुनिया भर में कई अध्ययनों के बाद विशेषज्ञों का मानना है।
बरेली, दीपेंद्र प्रताप सिंह। Dengue- Covid-19 Infection : जिले में वायरल बुखार के अलावा मलेरिया और डेंगू ने तेजी से पैर पसारा है। हालांकि इस बीच कोविड संक्रमण के मामले काफी कम हुए हैं। दुनिया भर में कई अध्ययनों के बाद विशेषज्ञों का मानना है कि किसी एक तरह का वायरस बड़ी संख्या में सामने आए तो दूसरा वायरस शरीर पर हावी नहीं हो पाता है। देश में भी अब माना जा रहा है कि डेंगू वायरल फैलने के बाद कोविड संक्रमण की तीसरी लहर काफी हद तक टल चुकी है।
स्वाइन फ्लू को भी हरा चुका है डेंगू
वैक्सीन साइंस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष रहे डा.अतुल अग्रवाल बताते हैं कि सितंबर 2009 में पुर्तगाल, स्पेन और यूनाइटेड किंगडम में स्वाइन फ्लू (एच1एन1) के महामारी के तौर पर फैलने की संभावना जताई जा रही थी। इससे बचाव की तैयारियां भी हो रहीं थीं, लेकिन इस बीच यहां डेंगू फैल गया। जिससे स्वाइन फ्लू के मामले काफी कम हो गए। कोरोना संक्रमण के देश भर में केस काफी कम होने की भी यही वजह विशेषज्ञ मान रहे हैं।
क्योंकि कोई भी वायरस शरीर में तब दाखिल होता है, जब कोई बीमारी न हो, क्योंकि इस दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता एक्टिव नहीं होती है। या फिर शरीर में रोग प्रतिरोध क्षमता बेहद कमजोर होने पर इंसान या कोई भी जीव बीमार होता है। एक वायरस के शरीर में दाखिल होने पर शरीर के अंदर रोग प्रतिरोधक क्षमता तेजी से सक्रिय हो जाती है, जो दूसरे वायरस को भी प्रवेश करने से रोकती है।
तीन से पांच साल में हमला करता है डेंगू
आंकड़े बताते हैं कि डेंगू का राइनो वायरस हर तीन से पांच साल में तेजी से फैलता है। इसके पीछे चार कारक काम करते हैं। पहला, एक बार डेंगू होने के बाद अमूमन लोगों में दो साल तक इसके खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत रहती हैं। बाद में धीरे-धीरे क्षमता कमजोर होने लगती है। दूसरी वजह है नमी। किसी भी फंगस, इन्फेक्शन या जीवन को पनपने और बढ़ने के लिए नमी जरूरी होती है।
डेंगू के मच्छरों के लिए भी तेजी से पनपने के लिए यह मुफीद समय होता है। वहीं तीसरा, बारिश कम होना। नमी ज्यादा और बारिश कम होने से भी मच्छरों को बढ़ने का खूब समय मिलता है। इसके अलावा तीन साल में सरकारी व्यवस्था जैसे मुहल्लों में साफ-सफाई, डीडीटी या मिट्टी के तेल का छिड़काव आदि कम होता है। इससे भी मच्छर तेजी से पनपते हैं।
पिछले कुछ दिनों में बुखार के मरीजों के हाल
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