दीपक व दिव्यांश की मौत पर अस्पताल प्रबंधन व डाक्टर के खिलाफ तहरीर

गंगाशील अस्पताल की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर व्यापारी दीपक व दिव्यांश के जान देने के मामले में अस्पताल प्रबंधन व डाक्टर के खिलाफ तहरीर दी गई है। मृतक की बड़ी बहन आरती ने रविवार को प्रेमनगर थाने में तहरीर देकर दोनों की मौत का जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन व इलाज कर रही डाक्टर को ठहराया है।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 20 Jun 2021 07:25 PM (IST) Updated:Sun, 20 Jun 2021 07:25 PM (IST)
दीपक व दिव्यांश की मौत पर अस्पताल प्रबंधन व डाक्टर के खिलाफ तहरीर
दीपक व दिव्यांश की मौत पर अस्पताल प्रबंधन व डाक्टर के खिलाफ तहरीर

बरेली, जेएनएन: गंगाशील अस्पताल की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर व्यापारी दीपक व दिव्यांश के जान देने के मामले में अस्पताल प्रबंधन व डाक्टर के खिलाफ तहरीर दी गई है। मृतक की बड़ी बहन आरती ने रविवार को प्रेमनगर थाने में तहरीर देकर दोनों की मौत का जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन व इलाज कर रही डाक्टर को ठहराया है। थाने में तहरीर देने के बाद मृतक के स्वजन ने एसएसपी रोहित सिंह सजवाण से मिलकर कार्रवाई की मांग की।

प्रेमनगर निवासी व्यापारी दीपक कश्यप शराब के लती थे। शराब की लत छुड़ाने के लिए उन्हें 15 जून को स्वजन ने गंगाशील अस्पताल में भर्ती कराया था। शुक्रवार को दीपक ने नौ साल के बेटे दिव्यांश संग अस्पताल की चौथी मंजिल से छलांग लगाकर जान दे दी थी। हादसे में गार्ड रामप्रसाद भी घायल हो गए थे। रविवार को थाने में तहरीर देकर आरती ने कहा कि डा. अभिलाषा गुप्ता की निगरानी में दीपक का इलाज चल रहा था। उनकी सेहत में सुधार के कारण स्वजन उन्हें डिस्चार्ज करने के लिए प्रार्थना कर रहे थे, लेकिन अस्पताल प्रबंधन द्वारा अधिक मुनाफा कमाने के लिए उन्हें डिस्चार्ज नहीं किया जा रहा था। आरोप है कि डा. अभिलाषा गुप्ता ने जानबूझकर दीपक के मानसिक रोगी होने के बावजूद इलाज के दौरान उन्हें भूतल पर नहीं रखा। चौथी मंजिल के जनरल वार्ड में रखा गया, जहां पर किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था नहीं थी। वार्ड के बाहर व अंदर सुरक्षाकर्मी नहीं थे। गैलरी के बाहरी हिस्से में कोई जाल नहीं था। ऐसे में दोनों की मौत के जिम्मेदार अस्पताल प्रबंधन व इलाज कर रही डाक्टर हैं। दोनों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है।

इंस्पेक्टर ने टरकाया..सीएमओ के पाले में डाली गेंद

दीपक के बहनोई राम अवतार ने बताया कि तहरीर पर थाना प्रभारी ने कहा कि हम अस्पताल के खिलाफ सीधे कार्रवाई नहीं कर सकते। टरकाते हुए कहा कि सीएमओ को यह तहरीर भेज दी जाएगी। वह अपने स्तर से जांच कराएंगे। जांच के बाद उनकी द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। राम अवतार ने थाना प्रभारी शितांशु शर्मा पर अस्पताल प्रबंधन व डाक्टर से मिलीभगत का आरोप लगाया।

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हम सीधे मुकदमा दर्ज नहीं कर सकते। प्रकरण अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ा है। लिहाजा, दीपक के स्वजन द्वारा जो आरोप लगाए गए हैं, वह पत्र सीएमओ को भेज दिया जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

- शितांशु शर्मा, इंस्पेक्टर, प्रेमनगर

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