पॉलीटेक्निक से घट रहा रुझान, खाली हैं दो लाख सीटें

कोरोना की वजह से पहले ही पॉलीटेक्निक संस्थाओं में दाखिले की प्रक्रिया देर से शुरू हुई। अब सीटें भरना मुश्किल हो गया है। चार चरणों की काउंसिलिंग के बाद जारी नतीजे काफी चौंकाने वाले हैं। अभी तक राजकीय संस्थानों की 10 हजार से ज्यादा सीटें खाली पड़ी हैं

By Vivek BajpaiEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 10:33 AM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 10:33 AM (IST)
पॉलीटेक्निक से घट रहा रुझान, खाली हैं दो लाख सीटें
बरेली में तीन राजकीय और 31 निजी पॉलीटेक्निक संस्थान संचालित हैं।

 पॉलीटेक्निक से घट रहा रुझान, खाली हैं दो लाख सीटें

 बरेली,जेएनएन। कोरोना की वजह से पहले ही पॉलीटेक्निक संस्थाओं में दाखिले की प्रक्रिया देर से शुरू हुई। अब सीटें भरना मुश्किल हो गया है। चार चरणों की काउंसिलिंग के बाद जारी नतीजे काफी चौंकाने वाले हैं। स्थिति यह है कि अभी तक राजकीय संस्थानों की 10 हजार से ज्यादा सीटें खाली पड़ी हैं। सबसे बुरे हाल बरेली सहित प्रदेश के सभी प्राइवेट संस्थानों के हैं। इनमें 1,89,822 के सापेक्ष 1,85,667 सीटें खाली हैं। हालांकि एडेड संस्थानों में 25978 में से सिर्फ 3863 सीटें बची हैं। संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद का दावा है कि छठे चरण की काउंसिलिंग में सीधे प्रवेश लेने से ज्यादातर सीटें भर जाएंगी।

बरेली में तीन राजकीय और 31 निजी पॉलीटेक्निक संस्थान संचालित हैं। इनमें 7287 सीटों पर दाखिले के लिए 30 सितंबर से काउंसिलिंग चल रही है। चार चरण हो चुके हैं। फिर भी प्राइवेट कॉलेजों की ज्यादातर सीटें खाली हैं। बरेली के प्रवेश समन्वयक नरेंद्र कुमार ने बताया कि राजकीय संस्थानों में कुछ ब्रांच छोड़ कर सभी सीटें भर गई हैं। प्राइवेट की खाली हैं।

एक नवंबर को आएगा पाचंवे चरण का परिणाम

दाखिले के लिए पांचवे चरण की काउंसिलिंग के बाद एक नंबर को चॉइस फिलिंग के नतीजे जारी होंगे। आवंटित अभ्यर्थी को एक से तीन नवंबर को शाम पांच बजे तक डॉक्यूमेंट सत्यापन और चार नवंबर को दोपहर दो बजे तक अपने लॉग इन के माध्यम से ऑनलाइन  शुल्क जमा करना अनिवार्य है। अन्यथा वे पूरी काउंसिलिंग से बाहर हो जाएंगे। 

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