दो मिनट के लिए थमा बरेली और कोरोना पीडि़तों का दर्द बहा ले गया मौन प्रार्थना का ज्वार

Dainik Jagran Sarva Dharma Prarthana Sabha वो वक्त पीड़ादायक था.. सैकड़ों परिवारों ने अपनों से बिछुड़ने का दुख झेला। अस्पताल में भर्ती स्वजनों की सेवा से वंचित रह गए। ठीक से संस्कार तक नहीं कर पाने का दुख अब जीवनभर न भूलाने वाला है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 10 Jun 2021 01:32 PM (IST) Updated:Thu, 10 Jun 2021 01:32 PM (IST)
दो मिनट के लिए थमा बरेली और कोरोना पीडि़तों का दर्द बहा ले गया मौन प्रार्थना का ज्वार
अक्षर विहार पर एकत्र हुए जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य लोगों ने मौन रखा, जलदान किया।

बरेली, जेएनएन। Dainik Jagran Sarva Dharma Prarthana Sabha : वो वक्त पीड़ादायक था.. सैकड़ों परिवारों ने अपनों से बिछुड़ने का दुख झेला। अस्पताल में भर्ती स्वजनों की सेवा से वंचित रह गए। ठीक से संस्कार तक नहीं कर पाने का दुख अब जीवनभर न भूलाने वाला है। ऐसी पुण्य आत्माओं को श्रद्धा सुमन अर्पित करने के ध्येय के साथ अक्षर विहार तालाब पर शहर के जनप्रतिनिधि, अधिकारी और गणमान्य लोग एकत्र हुए। तालाब के जल की तरह सबके चेहरे शांत थे। मगर जेहन में कोविड संक्रमण की दूसरी लहर से हुई जनहानि का दर्द था। दो मिनट के मौन रखने के आह्वान के साथ संवेदनाएं हिलौरे मारने लगी। चलचित्र की तरह शहर के समाजसेवी, डॉक्टर, व्यवसायी, इंजीनियर, जनप्रतिनिधि और अपनों के खोने की अनगिनत कहानियां चलने लगी। मौन खत्म हुआ, तो जैसे लोग वास्तविकता की तरफ वापस आए। इसके उपरांत जल का दान करके लोगों ने सुकून की अनुभूति की। लगा कि जैसे अपनों को सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर दी।

अक्षर विहार तालाब पर हुए मुख्य आयोजन में आंवला सांसद धर्मेंद्र कश्यप ने कोविड की दूसरी लहर के पीड़ादायक पलों को याद किया। जब मदद के लिए उठने वाले हाथ कम पड़ रहे थे। लोग ही एक दूसरे का संबल बने हुए थे। संक्रमितों की मदद करके लोगों ने मिसाल कायम की। फिर भी शहर के कई चितपरिचित चेहरों को बचाने में असफलता हाथ लगी। शहर के प्रथम नागरिक और महापौर डॉ. उमेश गौतम के शब्दों में भी यही दर्द नजर आया। उनके कंधों पर शहर की जिम्मेदारी थी, साथ ही अस्पताल संचालन करते हुए लोगों की जिंदगी की लड़ाई में उनकी सहभागिता भी रही।

शहर विधायक डॉ. अरुण कुमार संक्रमण के बढ़ने के साथ ही सक्रिय रहे। संक्रमितों की मदद के लिए उन्होंने प्रयासाें में कमी नहीं रखी, खुद भी कोविड संक्रमित हुए। ठीक होते ही जिंदगी की लड़ाई हारने वालों के घर तक पहुंंचते रहे। श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने ऐसे ही परिवारों के दर्द को साझा किया।बरेली मंडल के कमिश्नर आर. रमेश कुमार ने दूसरी लहर के मुश्किल दौर को याद किया तो चिकित्सीय सुविधाओं से लेकर ऑक्सीजन के लिए रात-रातभर की गई कोशिशों का जिक्र सामने आया। कठिन समय से शहर को उभारने के लिए डीएम नितीश कुमार ने लोगों की भागीदारी से लड़ाई जीतने का संदेश दिया। उन्होंने गांव में वैक्सीनेशन को बढ़ाने के लिए सभी से संयुक्त प्रयास करने का आह्वान किया। एसएसपी रोहित सिंह सजवाण, सीएमओ डॉ. सुधीर गर्ग और नगर आयुक्त अभिषेक आनंद ने भी बिछुड़े हुए लोगों को याद किया।

जान गंवाने वालों की याद में पौधारोपण : आयोजन में दीप प्रज्जवलन त्रिवटीनाथ मंदिर के पं. ईश्वर शरण आत्रेय, यर्थाथ गीता परिवार के अध्यक्ष पं. हरिओम गौतम, सरदार काले सिंह, पाश्चर केबी अडमंड ने किया। दरगाह आला हजरत से मौलाना शहाबुद्दीन मौजूद रहे। महापौर उमेश गौतम, कमिश्नर आर. रमेश कुमार और डीएम नितीश कुमार ने संक्रमण से जान गंवाने वालों की याद में अक्षर विहार तालाब के समीप पौधारोपण किया।

सहभागिता में रहे मौजूद : एसआरएमएस के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति, रामा श्यामा पेपर मिल के दिनेश गोयल, सत्य साईं ग्रुप के गौरव चौहान, डॉ. रविश अग्रवाल, डॉ. सुदीप सरन, डॉ. भारती सरन, डॉ. अनूप आर्य, सीए राजन विद्यार्थी, बार अध्यक्ष घनश्याम शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा, महानगर अध्यक्ष डॉ. केएम अरोड़ा, अधीर सक्सेना, सपा महानगर अध्यक्ष शमीम खां सुल्तानी, संजीव अवतार, उद्यमी सुदेश सुंदरानी, उद्यमी हरदीप ओबराय, कपड़ा व्यापारी नरेंद्र गुप्ता, उद्यमी अतूल कपूर, सराफ रामकुमार अग्रवाल, व्यापारी नेता राजेंद्र गुप्ता, राजेश जसोरिया, दुर्गेश खटवानी, डॉ. मनोज अग्रवाल, कोरल मोर्टर्स के मालिक अजय अग्रवाल, उद्यमी अजय शुक्ल, बसपा के जिलाध्यक्ष जयपाल सिंह, एडीएसआरसी डॉ. सुबोध कुमार शर्मा, निहाल सिंह, स्क्वायरल एंड नट्स के ऋषभ मिश्रा

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