Covid-19 Child Vaccine News : थर्ड लहर से बच्चों को बचाएगी भारत बाॅयोटेक की वैक्सीन, प्रीफिल्ड सीरिंज से लगेगी कोवैक्सीन की डोज

Covid-19 Child Vaccine News कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए 18 वर्ष से कम उम्र का टीकाकरण जल्द ही शुरू होना है। देश में भारत बायोटेक की ओर से तैयार कोवैक्सीन के बच्चों पर सभी ट्रायल हो चुके हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 30 Jul 2021 09:41 AM (IST) Updated:Fri, 30 Jul 2021 05:41 PM (IST)
Covid-19 Child Vaccine News : थर्ड लहर से बच्चों को बचाएगी भारत बाॅयोटेक की वैक्सीन, प्रीफिल्ड सीरिंज से लगेगी कोवैक्सीन की डोज
Covid-19 Child Vaccine News : थर्ड लहर से बच्चों को बचाएगी भारत बाॅयोटेक की वैक्सीन

बरेली, दीपेंद्र प्रताप सिंह। Covid-19 Child Vaccine News : कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बच्चों को बचाने के लिए 18 वर्ष से कम उम्र का टीकाकरण जल्द ही शुरू होना है। देश में भारत बायोटेक की ओर से तैयार कोवैक्सीन के बच्चों पर सभी ट्रायल हो चुके हैं। खास बात कि बच्चों का टीकाकरण अभी तक वयस्कों में हुए वैक्सीनेशन की तरह नहीं होगा। बल्कि बच्चों के लिए विशेष प्रकार की प्रीफिल्ड सीरिंज (पीएफएस) का उपयोग किया जाएगा। पीएफएस में तय मात्रा में वैक्सीन की डोज पहले से ही इंजेक्शन में लोड रहती है।

केवल पैक खोलकर बच्चों को सीधे वैक्सीन लगाई जा सकेगी। पीएफएस में भी आटो लाक सिस्टम होता है, जिससे एक बार डोज लगाए जाने के बाद सीरिंज का उपयोग दोबारा नहीं किया जा सकेगा। वैक्सीन साइंस के पूर्व राष्ट्रीय समन्वयक और वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ डा.अतुल अग्रवाल बताते हैं कि भारत बायोटेक के वाइस प्रेसीडेंट डा.रघु रेड्डी ने फोन पर हुई बातचीत में बताया कि बच्चों को लगाने के लिए तैयार की गई कोवैक्सीन की डोज पीएफएस प्रारूप में होंगी, ताकि ये ज्यादा सुरक्षित रहें। जानकार बताते हैं कि पीएफएस ज्यादा सुरक्षित सिस्टम होता है, क्योंकि इसमें वैक्सीन तय मात्रा में होती है।

0.5 एमएल की ही होगी डोज 

डा.अतुल अग्रवाल बताते हैं कि बच्चों को भी वयस्कों की तरह दो डोज लगाई जाएंगी। हर डोज 0.5 एमएल की डोज ही लगेगी। जो पीएफएल में पहले ही भरी होंगी। बच्चों के लिए भी 28 से 42 दिन के बीच दूसरी डोज का प्रावधान रहेगा। हालांकि 27 दिन के बाद इसे जितनी जल्द लगवा लें, उतना बेहतर है। छह से 12 वर्ष के आयुवर्ग में कोवैक्सीन को बाजू पर लगाया जाए या फिर जांघ पर, इस पर जल्द ही नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप (एनटैगी) फैसला लेगा।

पीएफएस के जरिए पहले ही कई अन्य वैक्सीन

बच्चों को वैक्सीन लगाने के लिए प्रीफिल्ड सीरिंज का प्रयोग पहली बार नहीं हो रहा है। पहले भी कई अन्य मर्ज से बचाव के लिए लगने वाली वैक्सीन पीएफएस के जरिए बी बच्चों को दी जाती हैं।

एसपीजी ने भारत बायोटैक में डाला डेरा

हैदराबाद स्थित भारत बायोटैक पर बुधवार को ही स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) ने डेरा डाल दिया है। बताया जाता है कि उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू यहां बच्चों के लिए तैयार हो रही वैक्सीन का निरीक्षण कर सकते हैं। राजनीतिक गलियारों में यह भी सुगबुगाहट है कि 15 सितंबर से बच्चों के लिए वैक्सीन लगाने की संभावना है। इसकी घोषणा प्रधानमंत्री 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह पर लालकिला की प्राचीर से भाषण के दौरान कर सकते हैं। हो सकती है।

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