बदायूं में बन रहा देश का पहला पुआल और गोबर से निर्मित सीबीजी प्लांट, आटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए होगा उपयोगी
Countrys first straw and dung made CBG plant उद्योगों के क्षेत्र में पिछडे़ बदायूं जिले की तस्वीर बदलने की शुरुआत हो चुकी है। चार सोलर पावर प्लांट चालू हो चुके हैं।सैजनी गांव में एचपीसीएल कंपनी बड़ा एथेनाल प्लांट लगवा रही है।
बरेली, जेएनएन। Countrys first straw and dung made CBG plant : उद्योगों के क्षेत्र में पिछडे़ बदायूं जिले की तस्वीर बदलने की शुरुआत हो चुकी है। चार सोलर पावर प्लांट चालू हो चुके हैं।सैजनी गांव में एचपीसीएल कंपनी बड़ा एथेनाल प्लांट लगवा रही है। बदायूं जनपद की दातागंज तहसील क्षेत्र के सैजनी में 100 करोड़ की लागत से बन रहे एथेनाल प्लांट में पुआज और गोबर से निर्मित कम्प्रेस बायोगैस (सीबीजी) का उत्पादन भी होगा। इसका उपयोग आटोमोबाइल इंडस्ट्री में किया जाएगा। जिलाधिकारी दीपा रंंजन ने मंगलवार को अधिकारियों के साथ निर्माणाधीन एथेनाल प्लांट का जायजा लिया। संपर्क मार्ग निर्माण की गति धीमी होने पर तेजी से काम कराकर पूर्ण कराने के निर्देश दिए।
प्राज इंडस्ट्री लिमिटेड के प्रोजेक्ट हेड ने डीएम को अवगत कराया कि लगभग सौ करोड़ रुपये की लागत से इथेनाल प्लांट का निर्माण कराया जा रहा है। यहां पराली और गाय के गोबर से कम्प्रेस बायोगैस (सीबीजी) बनाई जाएगी, जिसका उपयोग आटोमोबाइल इंडस्ट्री में किया जाएगा। इस टेेक्नालोजी का यह देश का पहला प्लांट है। इथेनाल प्लांट लगने से किसानों को सबसे बड़ा फायदा होगा। किसानों के धान के पुआल को कंपनी अच्छे दामों में खरीदेगी। तेल व गैस की अग्रणी कंपनी एचपीसीएल आसपास के गांवों का विकास कराएगी। स्थानीय युवकों को यहां रोजगार उपलब्ध हो सकेगा।
दुनिया में सीमित पेट्रो पदार्थों की वजह से आत्मनिर्भरता लाने के लिए सरकार इन दिनों इथेनॉल के प्लांट खोलने पर ज्यादा जोर दे रही है। बदायूं का प्रोजेक्ट भी इसी कवायद का हिस्सा है। डीएम ने निर्देश दिए कि काफी समय से पहुंचमार्ग स्वीकृत किया जा चुका है, लेकिन अभी तक इसका काम लंबित है, इसे तेजी से किया जाए। सभी कार्य मानक व गुणवत्तानुसार किए जाएं किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।