Coronavirus news update : चार सौ सैंपल हो नहीं पा रहे, एक हजार दे दिया लक्ष्य

Coronavirus news update

By Narendra KumarEdited By: Publish:Tue, 14 Jul 2020 01:40 AM (IST) Updated:Tue, 14 Jul 2020 01:40 AM (IST)
Coronavirus news update : चार सौ सैंपल हो नहीं पा रहे, एक हजार दे दिया लक्ष्य
Coronavirus news update : चार सौ सैंपल हो नहीं पा रहे, एक हजार दे दिया लक्ष्य

बरेली । संक्रमण की गति तो तेजी से बढ़ रही है, लेकिन सैंपङ्क्षलग के मामले में जिला पिछड़ता जा रहा है। शासन से चार सौ सैंपङ्क्षलग का लक्ष्य दिया गया था जो एक बार भी पूरा नहीं हो सका। इस पर नाराजगी व्यक्त करने के साथ ही जिले को अब एक हजार सैंपङ्क्षलग प्रतिदिन कराने का लक्ष्य दे दिया गया है। इसके चलते जिले में चार सैंपङ्क्षलग सेंटर और बढ़ा दिए गए हैं।

जिले की 50 लाख आबादी के अनुपात में जांचों की संख्या काफी कम है। अब तक मात्र 11 हजार लोगों के ही सैंपङ्क्षलग की जा सकी है। इनमें एक हजार लोग ऐसे भी है जिनकी दोबारा सैंपङ्क्षलग की गई। करीब बीस दिन पहले जब अचानक संक्रमितों का दायरा बढ़ा तो शासन से गाइड लाइन जारी की गई थी कि प्रत्येक जिला अब हर रोज चार सौ सैंपङ्क्षलग कम से कम करेगा। इस आदेश को बीते बीस दिन हो गए लेकिन जिले में प्रतिदिन होने वाली सैंपङ्क्षलग 12 जुलाई को छोड़कर एक बार भी तीन सौ के आंकड़े तक नहीं पहुंच पाई। इसकी मॉनीटङ्क्षरग के बाद सोमवार को नई गाइड लाइन के अनुसार जिन जिलों में सैंपङ्क्षलग की गति धीमी चल रही है, उन्हें एक हजार सैंपङ्क्षलग करनी होगी, जिससे उनका बीता रिकार्ड सुधर सके।

चार सीएचसी पर आज से शुरू होगी सैंपङ्क्षलग

शासन से एक हजार सैंपङ्क्षलग का लक्ष्य दिया गया तो आनन फानन सैंपङ्क्षलग सेंटर बढ़ा दिए गए। जिले के बहेड़ी, मझगवां, कुआंटांडा और मीरगंज सीएचसी में सैंपङ्क्षलग सेंटर बनाया गया है। यहां पर मंगलवार से सैंपङ्क्षलग शुरू कर दी जाएगी। स्वास्थ्य विभाग का प्रयास है कि ग्रामीण क्षेत्रों से लोगों की अधिक से अधिक सैंपङ्क्षलग कराई जा सके।

स्टाफ मुहैया कराने को लिखा पत्र

सीएमओ डा. विनीत कुमार शुक्ला ने बताया कि सैँपङ्क्षलग सेंटर और कोरोना लैब की शुरुआत के लिए स्टाफ की कमी पड़ रही है। इसके चलते शासन को पत्र लिखकर कुछ स्टाफ की मांग की है। बताया कि जिले के अन्य सीएचसी में भी जल्द ही सैंपङ्क्षलग सेंटर शुरू किए जाएंगे।

आइवीआरइ के अलावा ट्रूनेट से हो रही जांच

जिले में सैंपङ्क्षलग कराने वाले लोगों की जांच अभी आइवीआरआइ से ही हो रही है। इसके अलावा जो लोग ट्रूनेट से जांच कराते हैं उनकी रिपोर्ट उसी दिन कुछ ही घंटों में उपलब्ध करा दी जाती है। जिला अस्पताल में शुरू की गई आरटीपीसीआर लैब से अब तक कोई जांच नहीं की गई है। सीएमओ जल्द ही इससे जांच शुरू कराने का दावा कर रहे हैं।

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