खाली पेट ज्यादा वार करता है कोरोना
खाली पेट होने की वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। यही नहीं प्रोटीन और विटामिन आदि नहीं होने की वजह से शरीर थकान भी महसूस करता है। ऐसे में कोरोना वायरस के हमले की संभावना ज्यादा होती है।
बरेली, जेएनएन। कहा जाता है कि खाली पेट घर से नहीं निकलना चाहिए। बावजूद इसके लोग भागदौड़ का हवाला देते हुए कई बार पेट से ही बेईमानी कर जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि भूखा रहने पर कोरोना संक्रमण का हमला होने के चांस बढ़ जाते हैं। कोविड-19 के जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ.रंजन गौतम दैनिक जागरण से विशेष बातचीत में बताते हैैं कि खाली पेट होने की वजह से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। यही नहीं प्रोटीन और विटामिन आदि नहीं होने की वजह से शरीर थकान भी महसूस करता है। ऐसे में कोरोना वायरस के हमले की संभावना ज्यादा होती है।
एक महीने तक रखें संक्रमण जैसा ध्यान
डॉ.गौतम बताते हैं कि कोरोना संक्रमण से निजात मिलने के बाद लोग खान-पान और रहन-सहन में फिर से लापरवाही शुरू कर देते हैं। लेकिन ऐसा नहीं करना चाहिए। क्योंकि कोरोना संक्रमण से उबरने के बावजूद शरीर काफी कमजोर हो जाता है। इसलिए अन्य बीमारियां होने का खतरा भी रहता है। ऐसे में जरूरी है कि कोरोना संक्रमण से उबरने के बावजूद करीब एक महीने तक सेहतमंद खानपान का ध्यान रखें। ठीक उसी तरह रहें, जैसा कोरोना संक्रमण के दौरान रहे थे।
अलग-अलग स्तर पर बनती है एंटीबॉडी
अभी तक की केस स्टडी के मुताबिक बड़ी संख्या में संक्रमित कोरोना से निजात पाने के बाद दूसरी बीमारियों का शिकार हुए हैैं। इसकी भी वजह ठीक होने के बाद शुरू हुई बेपरवाही ही है। डॉ.रंजन गौतम बताते हैैं कि लोग इसके पीछे एंटी बॉडी डेवलप होने का तर्क देते हैं। लेकिन यह पूरी तरह गलत है। क्योंकि एंटी बॉडी हर शख्स में अलग-अलग स्तर पर बनती हैं।