बरेली स्मार्ट सिटी के इस पार्क में ठेकेदार ने निकाला आय का ये फार्मूला, जानिए किस तरह से कर रहा कमाई

Bareilly Smart City Park शहरवासियों को पार्कों में बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए झूले से लेकर कुर्सियां तक लगवाईं गईं हैं। कई पार्कों में बैठकर खाने पीने के लिए कैंटीन की सुविधा मिल रही है। लेकिन यहां कैंटीन चलाने के नाम पर ठेकेदार अतिक्रमण करने लगे हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 24 Nov 2021 05:17 PM (IST) Updated:Wed, 24 Nov 2021 05:17 PM (IST)
बरेली स्मार्ट सिटी के इस पार्क में ठेकेदार ने निकाला आय का ये फार्मूला, जानिए किस तरह से कर रहा कमाई
बरेली स्मार्ट सिटी के इस पार्क में ठेकेदार ने निकाला आय का ये फार्मूला

बरेली, जेएनएन। Bareilly Smart City Park : शहरवासियों को पार्कों में बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने के लिए झूले से लेकर कुर्सियां तक लगवाईं गईं हैं। कई पार्कों में बैठकर खाने पीने के लिए कैंटीन की सुविधा मिल रही है। लेकिन यहां कैंटीन चलाने के नाम पर ठेकेदार अतिक्रमण करने लगे हैं। सीआइ पार्क में कैंटीन ठेकेदार ने अलग से एक प्राइवेट झूला लगवा दिया। इस झूले पर झूलने के लिए बच्चों को पांच रुपए से लेकर 10 रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं। पार्क में झूले के लिए रुपए वसूले जाने की शिकायत जिला प्रशासन से हुई है।

ठेकेदार ने कमाई के लिए अलग से लगवाए झूले

स्मार्ट सिटी के तहत शहर के कई पार्कों को सजाया और संवारा गया है। इन पार्कों में आने वाले लोगों को खाने व पीने के सामानों के लिए कोई दिक्कत न हो, इसके लिए ठेका देकर कैंटीन खुलवाईं गईं हैं। इसके अलावा बच्चों को खेलने के लिए पार्क में कई प्रकार के झूले भी लगवाए गए हैं। जिससे कि पार्कों में बच्चे आकर इन झूलों में आनंद लें। वहीं सीआइ पार्क में ठेकेदार ने कमाई चक्कर में अतिक्रमण करके अलग से झूले लगवा लिए हैं। इसको लेकर पार्क में आने और जाने वाले लोगों में गहरी नाराजगी है।

झूलने के लिए ले रहा पांच से दस रुपए प्रति बच्चा

हालांकि नगर निगम की ओर से जो झूले पहले से लगे हैं, उसमें झूलने वालों से कोई रुपया नहीं लिया जाता है। ये झूले बच्चों के लिए पूरी तरह से फ्री है। सीआइ पार्क में झूला- झूल रही एमपी कालेज की छात्रा भावना और संध्या ने बताया कि उनके कोई रुपया नहीं लिया गया है। इस दौरान मौके पर पार्क की देखरेख कर रहे एक केयर टेकर ने बताया कि ठेकेदार ने एक झूला अलग से लगवाया है, उस झूले पर झूलने के लिए पांच से दस रुपए लिए जाते हैं। निगम के द्वारा लगवाए गए झूलों से काेई रुपया नहीं लिया जाता है।

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