बरेली के धान केंद्रों पर बिगड़े हालात, पेमेंट को भटक रहे किसान, बिना पेपर खरीदे जा रहे धान

Bareilly Paddy Purchase Center योगी सरकार ने भले किसानों को उनकी फसल का 72 घंटे में भुगतान के आदेश दे रखे हो पर जमीनी हकीकत इससे इतर नजर आ रही है। धान केंद्रों पर अव्यवस्था के चलते धान बेंचने के लिए किसानों काे पापड़ बेलने पर रहे है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 04:30 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 04:30 PM (IST)
बरेली के धान केंद्रों पर बिगड़े हालात, पेमेंट को भटक रहे किसान, बिना पेपर खरीदे जा रहे धान
बरेली के धान केंद्रों पर बिगड़े हालात, पेमेंट को भटक रहे किसान, बिना पेपर खरीदे जा रहे धान

बरेली, जेएनएन। Bareilly Paddy Purchase Center : योगी सरकार ने भले किसानों को उनकी फसल का 72 घंटे में भुगतान के आदेश दे रखे हो पर जमीनी हकीकत इससे इतर नजर आ रही है। धान केंद्रों पर अव्यवस्था के चलते धान बेंचने के लिए किसानों काे पापड़ बेलने पर रहे है तो वहीं कुछ असरदार लोगो के बिना पेपर और रजिस्ट्रेशन ,सत्यापन के धान खरीद की जा रही है। बाद में अन्य नामों से उन धानों को पेपरों में दाखिल कर गोरधधंधा किया जा रहा है।

बहेड़ी मंडी स्थित एफसीआई क्रय क्रेंद्र पर किसानों को धान खरीद कराने के लिए लम्बा इंतजार कराया जा रहा है इंतजार खत्म होने पर धान में तरह-तरह की कमियां निकाल कर उसे रद्द किया जा रहा हे। जिन किसानों के धान तोल हो गयी है उनका पेमेंट खाते में नही आ रहा हे।

वाक्या नम्बर एक

बहेड़ी क्षेत्र के क एफसीआई केंद्र पर बीती 30 अक्टूबर को किसान संध्या गर्ग,यश गर्ग नाम से धान खरीद की गयी थी। पर आज तक उनके खाते में पेमेंट नही पहुंचा हे। आरोप है कि पूंछने पर क्रय केंद्र पर कोई संतोषजनक जबाब नही दिया जा रहा हे।

वाक्या नम्बर दो

लखविंदर नाम शख्स के धान बिना रजिस्ट्रेशन के तोल दिये गये। बाद में कई दिन बाद उस नाम से पेपर दिये गये पर जितनी तोल की गयी पेपर उससे कम फसल के थे। अब उससे अन्य पेपर एकत्र करने को कहा गया है।

भाजपा सरकार किसानों का जमकर खुलेआम शोषण कराने में लगी है।नेताओं के इशारे पर बिचौलिए केंद्रों पर सक्रिय है। आम किसान की कोई सुनने वाला नही है। वे स्वयं कई बार अधिकारियों से किसानों की समस्याओं के लिए मिल चुके है पर किसान परेशान है। अताउर्रहमान,पूर्व मंत्री सपा 

धान क्रय केंंरदों पर इस बार जमकर धांधली की जा रही है। राइस मिलर्स से मिलकर किसानों के धान को रिजेक्ट कर दिया जाता है और बाद में बिचौलियों के माध्यम से वही धान औने-बौने में खरीद कर सरकारी कागजों में दर्ज कर दिया जा रहा है। रवि ढाका,भाकियू नेता बहेड़ी

पेमेंट के बारे में किसानों से बैंक में जाकर अपना आधार लिंक कराने को कहा गया है। क्रय केंद्र की तरफ से दिक्कत न होकर यह बैंक की तरफ से दिक्कत है। अरविंद राठी, क्रयकेंद्र प्रभारी एफसीआई मंडी बहेड़ी 

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