Government Polytechnic News : बरेली में कंपनियों को नही लग रहा मुनाफे का सौदा, थ्रीपी के तहत संचालन के लिए नहीं मिल रही कंपनियां
Government Polytechnic News राजकीय पालीटेक्निक सेथल बरेली राजकीय पालीटेक्निक जलालाबाद शाहजहांपुर को पीपीपी माडल के तहत संचालित किया जाना है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया आवंटित की गई थी। पूरे प्रदेश में 15 पालीटेक्निक के लिए यह प्रक्रिया की गई थी।
बरेली, जेएनएन। : राजकीय पालीटेक्निक सेथल बरेली, राजकीय पालीटेक्निक जलालाबाद शाहजहांपुर को पीपीपी माडल के तहत संचालित किया जाना है। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया आवंटित की गई थी। पूरे प्रदेश में 15 पालीटेक्निक के लिए यह प्रक्रिया की गई थी। जिसमें से केवल पांच पालीटेक्निक में ही कंपनियों ने रूचि दिखाई है।
प्रदेश के पालीटेक्निक और आइटीआइ संस्थानों को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) माडल पर संचालित करने की योजना सफल नहीं हो रही है। जिले के लिए कोई कंपनी नहीं मिल रही है। योजना के तहत 60 फीसदी सीटों पर सरकारी फीस में दाखिला लेना होगा। बची सीटों पर भी निजी संस्थानों जितनी फीस ही लेनी होगी। अब विभाग दोबारा टेंडर प्रक्रिया कराए जाने की बात कह रहा है।
निदेशक प्राविधिक शिक्षा मनोज कुमार ने बताया कि पहले चरण में प्रदेश के 15 राजकीय पालीटेक्निक संस्थानों को पीपीपी माडल के तहत विकसित किया जाना था। जिसमें बरेली का भी एक पालीटेक्निक केंद्र शामिल है। पहली निविदा पूरी होने में बरेली के लिए किसी ने आवेदन नहीं किया। अब जल्द ही दुबारा इस संस्थान के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू कराई जाएगी। जिससे इसके लिए निविदाकर्ता मिल सके।
कंपनियों को नहीं लग रहा मुनाफे का सौदा
राजकीय पालीटेक्निक सेथल बरेली व जलालाबाद शाहजहांपुर को पीपीपी माडल के तहत संचालित करने को कंपनियां मुनाफे का सौदा नहीं मान रही हैं। कंपनियों का मानना है कि प्रवेश की फीस निर्धारित होने के साथ ही कंपनी संस्थान या परिसर का किसी भी अन्य काम के लिए उपयोग नहीं कर सकेंगी। ऐसे में कंपनियों को यह मुनाफे का सौदा नहीं लग रहा है।