बरेली में सोना गलाने वालों के पास चोरी के जेवर ठिकाने लगाने की कमान
उत्तराखंड पुलिस की छापेमारी के बाद एक बार फिर कस्बे में चोरी के जेवर ठिकाने लगाने को लेकर चल रहे खेल पर बहस छिड़ गई है। कई सालों से चल रहे इस खेल में कई बार सराफा व्यापारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है।
बरेली, जेएनएन। एक दिन पहले उत्तराखंड पुलिस ने चोरी के जेवर खरीदने के मामले में बरेली के बहेड़ी कस्बे से तीन सराफा कारोबारियों को पूछताछ के लिए उठाया था। इसके बाद उन्हें छुड़ाने के लिए रसूखदार व सफेदपोश पैरवी करने में जुट गए। फिलहाल, देर शाम तक सराफा कारोबारियों को नहीं छोड़ा गया था।
उत्तराखंड पुलिस की छापेमारी के बाद एक बार फिर कस्बे में चोरी के जेवर ठिकाने लगाने को लेकर चल रहे खेल पर बहस छिड़ गई है। कई सालों से चल रहे इस खेल में कई बार सराफा व्यापारियों पर कार्रवाई की जा चुकी है। कई राज्यों की पुलिस यहां दबिश दे चुकी है।
खरीदते ही गला दिए जाते हैं चोरी के जेवर
चोरी के जेवर ठिकाने लगाने के लिए कस्बे में जो चर्चित किरदार हैं उनकी सबसे बड़ी खासियत है कि वे खुद कारीगर हैं, इस कारण चोरी के जेवर खरीदते ही वे इसे गला देते हैं, जिससे उन्हें बरामद करना पुलिस के लिए मुश्किल काम होता है। इन सराफा कारोबारियों के पास करोड़ों की संपत्तियां हैं।
सोना गलाने व टंच करने का स्थान बना हुआ है खेवनहार
कस्बा में चोरी के जेवर ठिकाने लगाने के मामले में सबसे अहम ठिकाना कस्बा स्थित एक सोना गलाने व टंच निकालने का स्टोर बताया जाता है। छोटी सी दुकान में चल रहे इस स्टोर की कमाई कितनी होगी शायद किसी को अंदाजा भी नहीं होगा।
सख्त कार्रवाई की जाएगी
ट्रेनी आइपीएस और बहेड़ी थाने के प्रभारी सत्य नारायन प्रजापत ने बताया कि चोरी के जेवर खरीदना गंभीर अपराध है। उत्तराखंड पुलिस द्वारा जो भी कार्रवाई की गई है। उसके बारे में जानकारी नहीं है, मगर बहेड़ी पुलिस भी चोरी के जेवर खरीदने व उन्हें ठिकाने लगाने वालों पर नजर बनाये हुए है। सुबूत मिलने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।