दो दिन बाद खुला कलेक्ट्रेट, 50 फीसद कर्मचारियों का रोस्टर लागू नहीं
बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को भी बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने कमर कसी है। नोडल अधिकारी की मौजूदगी में सोमवार को स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की।
बरेली, जेएनएन । बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ जिले की स्वास्थ्य सेवाओं को भी बेहतर बनाने के लिए प्रशासन ने कमर कसी है। नोडल अधिकारी के लखनऊ वापस लौटने के बाद डीएम नितीश कुमार ने सोमवार को स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की।
सीतापुर आइ हॉस्पिटल और जिला अस्पताल में सैंपल कलेक्शन सेंटर बनाने की तैयारी की जा रही है। पीलीभीत रोड पर स्पाइनर इंजरी सेंटर पहले इस सैंपल सेंटर बनाने के लिए चयनित किया जा चुका है। जिले में प्रतिदिन सैंपल की क्षमता 500 तक लेकर जानी है। उन्होंने बताया कि मौजूदा दर 350 प्रतिदिन की है।
बैठक में सीएमओ डॉ. विनीत शुक्ला की तबीयत ठीक नहीं होने से शामिल नहीं हुए। डीएम ने निर्देश जारी किए कि जिले की सभी 15 सीएचसी पर प्रतिदिन 40 संदिग्ध मरीजों के सैंपल इकत्र करने के टारगेट दिए गए हैं। इसमें सबसे ज्यादा आंवला, बहेड़ी और फरीदपुर को टारगेट किया गया है।
नोडल अधिकारी नवनीत सहगल के सामने सर्विलांस से बाहर घूमने वाले संदिग्धों के लिए नए सिरे से समीक्षा की जानी है। उन्होंने हर हाल में क्वारंटाइन कराने के लिए कहा गया है। डीएम ने बताया कि नवोदय विद्यालय भी बंद चल रहे हैं। उनके परिसर को भी सैंपल इकत्र करने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है।
इस पर विचार किया जा रहा है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए अस्पतालों, नर्सिंग होम, पीएचसी, सीएचसी में 109 हेल्प डेस्क सक्रिय हैं। रविवार को नोडल अधिकारी नवनीत सहगल ने निजी कोविड-19 अस्पताल के प्रबंधकों के साथ बैठक करके क्षमता बढ़ाने के लिए कहा था।