सर्दी बढ़ने के साथ खराब होने लगी बरेली की आबोहवा, जानें कहां से कहां पहुंच गया शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक
Pollution of Bareilly शहर में खोदकर डाली गईं सड़कों से उड़ रही धूल लोगों को पहले से बीमार बना रही थी। ऐसे में सर्दी बढ़ने के साथ ही वातावरण में आई नमी और बढ़ती ठंड से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) में भी तेजी से बढ़ाेतरी हुई है।
बरेली, जेएनएन। Pollution of Bareilly : शहर में खोदकर डाली गईं सड़कों से उड़ रही धूल लोगों को पहले से बीमार बना रही थी। ऐसे में सर्दी बढ़ने के साथ ही वातावरण में आई नमी और बढ़ती ठंड से वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) में भी तेजी से बढ़ाेतरी हुई है। महज दो माह में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ)तीन गुना तक बढ़ गया है, यानी हम खराब श्रेणी में हैं। हालांकि, आने वाले दिनों में होने वाली बूंदाबांदी से प्रदूषण में कमी आने की उम्मीद विशेषज्ञ जता रहे हैं। ऐसे में कोहरे की वजह से नम हुआ वातावरण वाहनों की धुएं और धूल के साथ मिलकर शहर की आबोहवा खराब कर चुके हैं।
बढ़ती ठंड के साथ इसका असर इंसानों पर भी पड़ेगा। इस साल अक्टूबर के मुकाबले वायु प्रदूषण करीब तीन गुना तक पहुंच चुका है। वहीं पिछले साल के मुकाबले भी स्थिति खास अच्छी नहीं है। उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2021 में बरेली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 90 था। लेकिन इन दिनों वायु प्रदूषण बढ़कर करीब 240 एक्यूआइ पहुंच गया।
दीवाली के बाद 400 के पार गया था एक्यूआइ : दीवाली के बाद दैनिक जागरण ने शहर के अलग-अलग मुहल्लों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) की स्थिति मापी थी। इसमें शहर के कई मुहल्लों में एक्यूआइ 300 से 400 के करीब मिला था। यानी, स्थिति बेहद खराब थी। प्रमुखता से समाचारीय अभियान चलाने के बाद नगर निगम हरकत में आया था। जिसके बाद निर्माण स्थलों पर छिड़काव किया गया। इससे प्रदूषण की स्थिति काफी हद तक नियंत्रण में आई। पर्यावरणविद प्रो. डीके सक्सेना ने बताया कि इन दिनों वायु गुणवत्ता सूचकांक खराब स्थिति में हैं लेकिन राहत की बात यह है कि इन दिनों हल्की बूंदाबांदी हो रही है। इससे वायु गुणवत्ता सूचकांक और प्रदूषण में काफी सुधार होने की उम्मीद है।
जानें वायु गुणवत्ता सूचकांक
शून्य से 50 - अच्छा
51 से 100 - संतोषजनक
100 से 200 - मध्यम
201 से 300 - खराब
301 से 400 - बहुत खराब
401 500 - खतरनाक