सफाईकर्मी गर्व से बोले हम हैं स्वच्छता के सिपाही
खुद को केवल सफाईकर्मी न समझें, बल्कि स्वच्छता का सिपाही मानें।
जागरण संवाददाता, बरेली : आपके कंधों पर स्वच्छता की जिम्मेदारी हैं। समाज में आपका योगदान बहुत महत्वपूर्ण है। खुद को केवल सफाईकर्मी न समझें, बल्कि स्वच्छता का सिपाही मानें। अगर कोई छात्र या व्यक्ति कूड़ा-सड़क पर फेंके तो उसे टोकें कि इसे डेस्टबिन में डालें। क्योंकि स्वच्छता का सीधा संबंध स्वास्थ्य से है। आज बुखार से जो मौतें हो रही हैं, उसकी वजह केवल गंदगी है। स्वास्थ्य पर अरबों रुपये खर्च होता है। अगर हमार घर, द्वारा, शहर, सड़कें और हम खुद साफ-सुथरे रहेंगे तो बीमारियों से महफूज होंगे। रुहेलखंड विश्वविद्यालय में दैनिक जागरण के स्वच्छता के सिपाही कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विवि के छात्र कल्याण अधिष्ठाता (डीएसडब्ल्यू) प्रोफेसर एके जेटली ने स्वच्छता के सिपाहियों से यह बातें कहीं। उन्होंने कहा कि स्वच्छता से मन स्वस्थ रहेगा। अच्छे विचार आएंगे।
इस दौरान स्वच्छता के 20 सिपाहियों को दैनिक जागरण ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। सम्मान पाने वालों में रोहित, मधु, किरन, चमन, विक्की, रजनी, कमला, मलका, मनदीप, राजीव, अमित कुमार, विशाल, राजेश, संजय, जयपाल, कुणाल, ओमकार, गब्बर, राजकुमार और आकाश शामिल हैं। दैनिक जागरण से अपने काम का सम्मान पाकर कर्मचारियों ने संकल्प लिया कि वे अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी के साथ निभाते रहेंगे। अगर कोई आस-पास गंदगी करता नजर आएगा, तो उसे समझाएंगे। ताकि कैंपस और शहर स्वच्छ रहे।
हर व्यक्ति निभाए स्वच्छता का कर्तव्य
-रुविवि के कुलपति प्रोफेसर अनिल शुक्ल ने कहा कि स्वच्छता एक जनआंदोलन है। हर व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह साफ-सफाई की जिम्मेदारी निभाए। अपने घर की तरह सार्वजनिक स्थलों को भी गंदा न करें। खासतौर से विद्यार्थी साफ-सफाई को लेकर समाज को सजग करें।
इनकी बदौलत कैंपस स्वच्छ
-रुविवि के कुलसचिव अशोक कुमार अरविंद ने कहा कि दैनिक जागरण की मुहिम सराहनीय है। सम्मान से सफाईकर्मियों का हौसला बढ़ा है। दिनभर मेहनत कर कैंपस को साफ-सुथरा रखने में सफाईकर्मियों का बहुत बड़ा योगदान है।