Health Secretary News : बरेली में स्वास्थ्य सचिव के सामने खुली अफसरों के दावों की पोल, नहीं चले वेंटीलेटर, सीसीटीवी कैमरों ने भी दिया धोखा

Health Secretary News सरकारी दावे सिर्फ कागजों की जुबानी ही पूरे किए जा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने जब हमला किया था तो लापरवाही और लचर व्यवस्थाओं के चलते सैकड़ों संक्रमितों ने अपनी जान गंवाई थी।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 06 Aug 2021 08:57 AM (IST) Updated:Fri, 06 Aug 2021 08:57 AM (IST)
Health Secretary News : बरेली में स्वास्थ्य सचिव के सामने खुली अफसरों के दावों की पोल, नहीं चले वेंटीलेटर, सीसीटीवी कैमरों ने भी दिया धोखा
Health Secretary News : बरेली में स्वास्थ्य सचिव के सामने खुली अफसरों के दावों की पोल

बरेली, जेएनएन। Health Secretary News : सरकारी दावे सिर्फ कागजों की जुबानी ही पूरे किए जा रहे हैं। कोरोना की दूसरी लहर ने जब हमला किया था तो लापरवाही और लचर व्यवस्थाओं के चलते सैकड़ों संक्रमितों ने अपनी जान गंवाई थी। अब तीसरी लहर की आशंका के बीच स्वास्थ्य विभाग जिले में व्यवस्थाएं चाक-चौबंद होने का दावा कर रहा है। 300 बेड कोविड अस्पताल में प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव रविंद्र कुमार ने कोरोना संक्रमण के इलाज से जुड़ी व्यवस्थाओं का जायजा लिया तो अधिकतर तैयारियां आधी-अधूरी दिखाई दीं। पीडियाट्रिक आइसीयू में स्वास्थ्यकर्मी वेंटीलेटर नहीं चला पाए। यही नहीं, सीसीटीवी कैमरों से हर जगह के हालात देखने चाहे तो टीवी आन होने के बाद कुछ सामने ही नहीं आया। पता चला कि तकनीकि कमी है। कुल मिलाकर जिलाधिकारी नितीश कुमार, मुख्य विकास अधिकारी चंद्रमोहन गर्ग की मौजूदगी में व्यवस्थाएं मिली-जुली ही थीं।

लैब दिखाने पहुंचे तो वो भी बंद मिली 

स्वास्थ्य सचिव रविंद्र कुमार दो बजे 300 बेड कोविड हास्पिटल पहुंचे। यहां सबसे पहले उन्होंने वयस्कों का आइसीयू और वेंटीलेटर वार्ड देखा। इसके बाद वह पीडियाट्रिक आइसीयू (पीकू वार्ड) देखने पहुंचे। स्वास्थ्य सचिव ने सीएमओ डा.बलवीर सिंह, 300 बेड कोविड अस्पताल प्रभारी डा.वागीश वैश्य की मौजूदगी में बेड का वेंटिलेटर आन करने को कहा। कर्मचारी लगे लेकिन पीकू वार्ड में किसी भी बेड का वेंटीलेटर आन नहीं हुआ। बाद में बताया गया कि जनरेटर से फिलहाल कनेक्शन सप्लाई नहीं है। जिस समय वेंटीलेटर आन कर रहे थे, उस समय बिजली नहीं थी। इसलिए वेंटीलेटर नहीं चले।

सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा है या नहीं 

पीआइसीयू के निरीक्षण के बाद स्वास्थ्य सचिव, जिलाधिकारी, सीडीओ, सीएमओ समेत अन्य अधिकारियों के साथ अस्पताल परिसर में संचालित आक्सीजन प्लांट देखने पहुंचे। प्लांट चल रहा था। उन्होंने डा. वागीश वैश्य से पूछा कि सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई की सुविधा है या नहीं। इस सीएमएस ने जवाब दिया कि सभी बेड पर सप्लाई के लिए पाइप लाइन पहले ही डाली जा चुकी है।

कंट्रोल रूम पहुंचे तो सीसीटीवी फुटेज ही नहीं दिखे 

अस्पताल में वार्डों का निरीक्षण करने के बाद लैब देखते हुए 300 बेड कोविड अस्पताल प्रभारी के कक्ष में पहुंचे। यहां सीसीटीवी कैमरों से निगरानी के लिए लगे मानीटर खोलने को कहा। हालांकि तीनों मानीटर में कोई सीसीटीवी फुटेज नहीं दिखाई दी। पूछने पर एक स्वास्थ्यकर्मी ने बताया कि इंटरनेट कनेक्शन खत्म हो गया है, इस वजह से फुटेज नहीं दिख रही है। हालांकि अधिकारी इस जवाब से संतुष्ट नजर नहीं आए।

साहब गए नहीं पीपीई किट पहनकर इंतजार करते रहे कर्मचारी 

सचिव के आने की सूचना 300 बेड कोविड हास्पिटल पहुंचने का बाद सभी व्यवस्थाएं चाक-चौबंद की जा रही थीं। कोरोना फ्लू कार्नर में भी सैंपलिंग स्टाफ पीपीई किट पहने हुए था। करीब आधा घंटा निरीक्षण करने के बाद भी सचिव फ्लू कार्नर में नहीं पहुंचे। जब स्वास्थ्य सचिव बिना फ्लू कार्नर का निरीक्षण किए ही अस्पताल से निकल गए तो कर्मचारियों ने पीपीई किट निकालकर राहत की सांस ली।

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