चुनावी मुद्दा : बरेली के फिरोजपुर गांव में पेयजल की है समस्या, दूषित पानी पीकर लोग कैंसर का रहे शिकार
मीरगंज में पंचायत चुनाव का आरक्षण सार्वजनिक होने के साथ गांव की प्रमुख समस्याएं भी उठने लगी हैं। जिनसे ग्रामीणों को लगभग हर रोज किसी न किसी रूप में जूझना पड़ रहा है। जागरण ने तहसील क्षेत्र के गांव फीरोजपुर गांव में लोगों की समस्याओं को जाना।
बरेली, जेएनएन। मीरगंज में पंचायत चुनाव का आरक्षण सार्वजनिक होने के साथ गांव की प्रमुख समस्याएं भी उठने लगी हैं। जिनसे ग्रामीणों को लगभग हर रोज किसी न किसी रूप में जूझना पड़ रहा है। गुरुवार को दैनिक जागरण ने धनेटा शीशगढ़ रोड स्थित तहसील क्षेत्र के गांव फीरोजपुर गांव में लोगों की समस्याओं को जाना। इस ग्राम पंचायत की आबादी 2650 है और 1855 वोटर हैं। इनमे 1200 मुस्लिम , 655 हिन्दू हैं। इस क्षेत्र में कन्या माध्यमिक विद्यालय नही है। इस बार प्रधान पद की सीट महिला हेतु आरक्षित की गई है।जिसमें प्रधान पद हेतु श्रीपाल ,बनबारी लाल,फूल सिंह,इंद्रपाल,बेद सिंह के घर की महिलाओं ने चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है। उम्मीदवार उत्साह के साथ मतदाताओं से मिलकर आने वाले समय मे किस तरह विकास होगा। इसको लेकर अपनी योजनाएं बता रहे हैं।
यूं तो गांव में कई समस्याएं हैं। लेकिन शुद्ध पेयजल ,जल निकासी ,टूटे खरंजे ,बालिका शिक्षा को माध्यमिक विद्यालय जैसी मुख्य समस्याएं हैं जिनका लोग समाधान चाहते हैं। पेयजल समस्या की बात करें तो गांव पंचायत में पानी की टंकी नहीं है। पेयजल के लिए गांव की पूरी आबादी एक हैंडपंप पर ही निर्भर है।इन हैंडपम्पो से आर्सेनिक पानी निकल रहा है।शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से लोग विवशता में इसे पी रहे हैं। जिसे पीकर लोग कैंसर बीमारी के शिकार होकर बेमौत मर रहे हैं। इस गांव में कैंसर से मरने वालों की संख्या दर्जनों में है।