दर्दनाक: दरवाजे की नाली बनी काल, डूब गया डेढ साल का मासूम
डेढ़ साल का एक बच्चा, ठीक से पैदल चल भी नहीं पाता था। खेलते हुए किसी तरह दरवाजे तक पहुंच गया।
जेएनएन, बरेली: डेढ़ साल का एक बच्चा, ठीक से पैदल चल भी नहीं पाता था। खेलते हुए किसी तरह दरवाजे तक पहुंच गया। वह मासूम जानलेवा खतरे से अंजान था। अचानक लड़खड़ाया और उस नाली मे जा गिरा। चीखा होगा, चिल्लाया होगा मगरउस मासूम के गले में इतना दम नहीं था कि घर के अंदर बैठे लोग या आसपास के लोग उसे सुन पाते। वह उसी नाली के पानी में ऐसा गिरा कि वहीं दम तोड़ गया। चार घंटे बाद जब नाली चोक होने पर कुछ अंदेशा हुआ तो वहां खंगाला गया। उसमें मासूम का शव फंसा हुआ था।
दर्दनाक घटना एजाजनगर गौटिया में साबरी मस्जिद के पास हुई। वहां रहने वाले जरी कारीगर मोहम्मद लईक का डेढ़ साल का बेटा मोहम्मद फैज शनिवार रात करीब आठ बजे अचानक लापता हो गया। चूंकि वह ठीक से पैदल चलना भी नहीं जानता था इसलिए परिजनों ने माना कि वह घर के बाद खुद कहीं नहीं गया होगा। अपहरण किए जाने की आशंका हुई तो पुलिस को जानकारी दी।
चोक नाली देखकर माथा ठनका
परिजन व मुहल्ले वालों ने हर रास्ता देखा, आसपास का इलाका खंगाल डाला मगर मासूम का कोई पता नहीं चला। रात करीब बारह बजे कुछ लोगों की नजर घर के बाहर सीढ़ी पर पड़ी। वहां गंदा पानी बह रहा था और नीचे नाली चोक थी। अनहोनी की आशंका खटकी। नाला का पानी रुकने की वजह जानने के लिए डंडे से टटोला गया। तब पता चला कि मासूम की लाश उसी नाली में पड़ी है। तुरंत शव बाहर निकाला गया। नन्हे फैज का शव देखकर कोहराम मच गया। आशंका व्यक्त की जा रही है कि घुटनों के बल फैल घर के बाहर सीढ़ी से उतर रहा होगा। इसी दौरान उसका संतुलन बिगड़ा और वह नाली में गिर गया। लेकिन एक बात लोगों की समझ नहीं आ रही कि वह चीखा क्यों नहीं। कहा यह भी जा रहा कि सिर के बल गिरने से चोट आने के कारण बेहोश होकर पानी में डूबने से वह चीख नहीं सका।