पहली अप्रैल से इन सात बैंकों की चेक और पासबुक हो जाएंगी निष्क्रिय, 30 मार्च तक बदलवा लें नहीं तो करना पड़ेगा परेशानी का सामना
मर्जर वाली कुल आठ में से सात में पहली अप्रैल से बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उनकी पासबुक चेकबुक ही नहीं आइएफएससी कोड एमआइसीआर कोड बैंक का नाम बदल जाएगा। आठ राष्ट्रीयकृत बैंकों का मर्जर दूसरी बैंकों में हुआ है।
बरेली, जेएनएन। मर्जर वाली कुल आठ में से सात में पहली अप्रैल से बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा। उनकी पासबुक, चेकबुक ही नहीं आइएफएससी कोड, एमआइसीआर कोड, बैंक का नाम बदल जाएगा। आठ राष्ट्रीयकृत बैंकों का मर्जर दूसरी बैंकों में हुआ है। इसमें सिंडीकेट बैंक छोड़कर शेष सभी की पासबुक, चेकबुक पहली अप्रैल से निष्क्रिय हो जाएंगी।
पहली अप्रैल से आठ बैंक अपने पूर्व नाम के बजाय मर्ज होने वाले बैंक के नाम से जाने जाएंगे। बैंकों ने अपने ग्राहकों को मर्जर का संदेश भेजना शुरू कर दिया है। इससे बैंक व ग्राहक दोनों को असुविधा न हो। ग्राहकों को अपनी पासबुक व चेकबुक 30 मार्च तक बदलनी होगी, क्योंकि एक अप्रैल से नई चेकबुक ही काम करेगी। वहीं सिंडीकेट बैंक के उपभोक्ताओं को तीस जून तक पासबुक, चेकबुक व आइएफएससी कोड बदलने का समय दिया है। बैंक मर्ज होने के बाद अब ग्राहकों को अपनी पुरानी बैंक का नाम मर्ज हुए बैंक के नाम से पहचानना होगा। कुछ बैंकों ने साॅफ्टवेयर बदल दिया है तो कहीं अभी इसका कार्य चल रहा है। एलडीएम मदन मोहन प्रसाद ने बताया कि बैकों के मर्जर से उपभोक्ताओं को कोई दिक्कत नहीं होगी। सिर्फ उनके चेकबुक, पासबुक और आइएफएससी कोड मर्ज हुए बैंक में बदलेंगे। ग्राहकों को अपना चेक, पासबुक व आइएफएससी कोड बदलने को 30 मार्च तक का समय दिया है। हालांकि सिंडीकेट बैंक ने 30 जून तक की छूट दी है।
इन बैंकों के नाम से जाने जाएंगे यह बैंक
- देना बैंक को अब बैंक ऑफ बड़ौदा के नाम से जाना जाएगा
- विजया बैंक को अब बैंक ऑफ बड़ौदा के नाम से जाना जाएगा
- कारपोरेशन बैंक अब यूनियन बैंक ऑफ इंडिया कहलाएगा
- आंध्रा बैंक अब यूनियन बैंक कहलाएगा
- ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स अब हुआ पंजाब नेशनल बैंक
- यूनाइटेड बैंक अब पंजाब नेशनल बैंक होजाएगा
- सिंडीकेट बैंक अब कैनरा बैंक हो जाएगा
- इंडियन बैंक अब इलाहाबाद बैंक हो जाएगा