ओडीएफ लक्ष्य भेदने के लिए बदली रणनीति
दो अक्टूबर से पहले हर हाल में प्रशासन शौचालय निर्माण का लक्ष्य पूरा करना चाहता है।
जागरण संवाददाता, बरेली : दो अक्टूबर से पहले हर हाल में प्रशासन शौचालय निर्माण का लक्ष्य पूरा करना चाहता है। लेकिन राह में आने वाली चुनौतियों को देख अब अफसरों ने रणनीति बदल दी है। सर्वश्रेष्ठ शौचालय पुरस्कार योजना के जरिए 101 रुपये व प्रशस्ति पत्र देकर लाभार्थियों को लुभाने का प्रयास किया जा रहा है। ऐसे होगा चयन
प्रत्येक ग्राम पंचायत से बेहतर शौचालय को योजना में चुना जाएगा। पंचायत स्तर के अधिकारी व कर्मचारी गुणवत्तापरक व आइडियल शौचालय को इसमें शामिल करेंगे। फिर ब्लॉक स्तर पर अफसर चयनित बेहतर शौचालय को चुनकर लाभार्थी को जिले पर भेजेंगे। सभी ब्लॉकों से सर्वश्रेष्ठ पहले तीन शौचालयों के लाभार्थियों को पुरस्कृत किया जाएगा। दो अक्टूबर को मिलेगा पुरस्कार
बेहतर शौचालय की बदौलत योजना में चयनित होने वाले लाभार्थी को ग्राम व ब्लॉक स्तर पर पुरस्कृत करने के लिए दो अक्टूबर को सम्मान समारोह आयोजित होगा। इसमें हर ग्राम पंचायत में एक यानि जिले में 1193 लाभार्थी पुरस्कृत किए जाएंगे। इसी तरह ब्लॉक पर 15 लाभर्थियों को सम्मान मिलेगा। ग्राम पंचायत में स्कूल, सामुदायिक भवन या चौपाल पर तथा ब्लॉक पर सभागार में समारोह आयोजित होगा। प्रत्येक ग्राम पंचायत में बनेगी मानव श्रंखला
दो अक्टूबर को ग्रामीण गांव के बाहर चारों ओर मानव श्रंखला बनाएंगे। जिसके जरिए गांव को खुले में शौच से मुक्त होने पर मजबूत सुरक्षा घेरा तैयार करने का अहसास कराएंगे। इसमें शौचालय बनाने वाले लाभार्थी व उसके परिवार का एक सदस्य यानि एक घर से दो व्यक्ति मिलकर इस मानव श्रंखला को बनाने पहुंचेंगे। वर्जन--
जिन लाभार्थियों ने बेहतर शौचालय बनाए हैं। उन्हें ग्राम व ब्लॉक व जिला स्तर पर सर्वश्रेष्ठ शौचालय पुरस्कार योजना में चयनित करके पुरस्कृत किया जाएगा।
सत्येंद्र कुमार, सीडीओ।