Chandrapal Suicide Case Update : परिजनाें ने खाेला राज, बाेले- प्रेमनगर थाने के दारोगा के जरिए चंद्रपाल को धमकाता था कपिल छावड़ा

Chandrapal Suicide Case Update सुसाइड नोट में शिक्षक चंद्रपाल गंगवार ने सूदखोर कपिल छावड़ा को सबसे खतरनाक यूं ही नहीं बताया। हर बार जब वह रकम के लिए चंद्रपाल को फोन करता तो प्रेमनगर थाने बुलाता। मौत से तीन दिन पूर्व 25 जून को चंद्रपाल के पास फोन किया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Fri, 02 Jul 2021 10:56 AM (IST) Updated:Fri, 02 Jul 2021 10:56 AM (IST)
Chandrapal Suicide Case Update : परिजनाें ने खाेला राज, बाेले- प्रेमनगर थाने के दारोगा के जरिए चंद्रपाल को धमकाता था कपिल छावड़ा
Chandrapal Suicide Case Update : परिजनाें ने खाेला राज

बरेली, अनुज मिश्रा। Chandrapal Suicide Case Update : सुसाइड नोट में शिक्षक चंद्रपाल गंगवार ने सूदखोर कपिल छावड़ा को सबसे खतरनाक यूं ही नहीं बताया। हर बार जब वह रकम के लिए चंद्रपाल को फोन करता तो प्रेमनगर थाने बुलाता। मौत से तीन दिन पूर्व 25 जून को उसने चंद्रपाल के पास फोन किया। उस वक्त चंद्रपाल की पत्नी भी साथ थी। कहा कि थाने में बैठा हूं, यही आकर दारोगा के सामने हिसाब करो। इससे चंद्रपाल सदमे में आ गया, पुलिस का नाम सुन पत्नी भी डर गईं। इसी के बाद चंद्रपाल ने जीवन खत्म करने का आत्मघाती कदम उठा लिया। पूछताछ में यह चौंकाने वाला सच सामने आया है।

मीरगंज के संजरपुर के रहने वाले शिक्षक चंद्रपाल गंगवार सूदखोरों के उत्पीड़न से मानसिक अवसाद में थे। 25 जून को सूदखोर कपिल छावड़ा द्वारा जब उसे प्रेमनगर थाने में बुलाया गया तो वह डर गए। गुमसुम से रहने लगे। इसी के बाद 28 जून को पत्नी गीता से उन्होंने गांव जाने की बात कही लेकिन, वह गांव नहीं पहुंचे। इसी बीच उन्होंने बेटे सूरज को वीडियो काल कर अपनी स्थिति बताई। न बचने की बात कह चाचा के साथ तुरंत आने की बात कही। स्वजनों ने तलाश शुरू की लेकिन, उनका कोई सुराग न लगा।

29 जून को देरशाम वह गन्ने के खेत में पड़े मिले। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मौत के बाद वायरल वीडियो के जरिए उनकी जेब से एक सुसाइड नोट मिला जिसमें उन्होंने तीन सूदखोरों से तंग आने पर आत्मघाती कदम उठाने की बात कही। मामले में स्वजन की तहरीर पर मीरगंज पुलिस ने संतोष कुमार, पप्पू, गुड़िया व कपिल छावड़ा के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने व सूदखोरी अधिनियम में रिपोर्ट दर्ज कराई।

कपिल छावड़ा का सूद अदा करते-करते अन्य सूदखोरों के चंगुल में फंसा था चंद्रपाल

भाई विजेंद्र ने बताया कि चंद्रपाल ने इज्जतनगर मिनी बाइपास रोड स्थित कपड़े की दुकान फरवरी 2020 में खोली थी। दुकान पर आरोपित कपिल छावड़ा की दुकान से करीब तीन लाख रुपये का सामान आया था। सामान बेचने के बाद कपिल छावड़ा को रुपये देने की बात तय हुई थी। अगले ही महीने कोरोना के चलते देश में लाकडाउन लग गया। इससे चंद्रपाल की दुकान बंद हो गई।

चंद्रपाल ने कपिल छावड़ा से सामान वापस लेने व बेचे गए सामान से प्राप्त रकम कुछ दिन में देने की बात कही। इस पर कपिल छावड़ा ने सामान वापस ले लिया व चंद्रपाल से हस्ताक्षर कराई हुई चेक ले लीं। आरोप है कि कुछ दिनों बाद कपिल छावड़ा चंद्रपाल से तीन लाख रुपये पर ब्याज वसूलने लगा। धीरे-धीरे करके उस पर इतना ब्याज चढ़ा कि उसके कर्ज को अदा करने के लिए ही वह गुड़िया, पप्पू व संतोष का भी कर्जदार बन गया।

मिट्टी के भाव बेच थी अपनी छह बीघा जमीन व प्लाट

कपिल छावड़ा के बाद जब वह गुड़िया, पप्पू व संतोष का कर्जदार हो गया तो वह काफी दबाव में आ गया। सभी ने उसका इस कदर उत्पीड़न किया कि गांव में स्थित अपनी छह बीघा जमीन उसने मिट्टी के भाव बेच दी। पूछताछ में सामने आया है कि उसने छह बीघा जमीन महज साढ़े 12 लाख रुपये में बेच दी। यहां से भी जब काम नहीं बना तो उसके बाद इज्जतनगर के सौ फुटा रोड पर स्थित सवा सौ गज का प्लाट व तीन लाख रुपये का गन्ना व गेहूं बेच कर्ज अदा किया। बावजूद सूदखोर बकाया होने की बात कह उसका उत्पीड़न कर रहे थे।

संतोष वसूलता था दस प्रतिशत, गुड़िया पच्चीस

संतोष व पप्पू शाही के शाहापुर गांव के रहने वाले हैं। दोनों आस-पड़ाेस के ही रहने वाले हैं। पूछताछ में संतोष ने बताया कि उसने चंद्रपाल का डेढ़ लाख रुपये दस प्रतिशत ब्याज के हिसाब से दिये थे। संतोष को अदा करने के लिए उसने पप्पू से रुपये लिये। फिर गुड़िया से रुपये लिये। गुड़िया 25 प्रतिशत ब्याज वसूलती थी। सफाई पेश करते हुए संतोष ने कहा कि उसने ब्याज पर चंद्रपाल को रुपये जरूर दिये थे लेकिन, उत्पीड़न की बात गलत है।

संतोष गया जेल, छावड़ा न मिला तो बाप भी बनेगा मुल्जिम

संतोष की गिरफ्तारी के बाद गुरुवार केा मीरगंज पुलिस ने उसे जेल भेज दिया। इधर, अन्य आरोपितों की तलाश के लिए पुलिस दबिश दे रही है लेकिन, सभी फरार हैं। पुलिस छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। कपिल छावड़ा का बाप भी हिरासत में है। पुलिस के मुताबिक, यदि उसने कपिल का पता नहीं बताया तो उसे भी 216 आइपीसी के तहत मुल्जिम बनाया जाएगा। अपराधी को संश्रय देने में ऐसी कार्रवाई की जाती है।

आरोपित संतोष की गिरफ्तारी के बाद उसे जेल भेज दिया गया है। फरार आरोपितों की तलाश के लिए दबिश दी जा रही है। कपिल छावड़ा के बाप समेत छह लोगों को हिरासत में लिया गया है।- राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात

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