जिन बच्चों के माता-पिता का कोरोना से हुआ निधन सीबीएसइ बोर्ड उनकी पढ़ाई का उठाएगी जिम्मा, सभी स्कूलों को जारी किए गए आदेश
CBSE Board कोरोना काल में कई बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठा। जिसके बाद बच्चों को आगे की पढ़ाई की चिंता सताने लगी। सीबीएसई ने उनकी इस चिंता को दूर कर उनकी पढ़ाई आगे जारी कराने के लिए स्कूलों को आदेश जारी किए हैं।
बरेली, जेएनएन। CBSE Board : कोरोना काल में कई बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठा। जिसके बाद बच्चों को अभिभावकों को खोने के साथ ही आगे की पढ़ाई की चिंता सताने लगी। लेकिन, सीबीएसई ने उनकी इस चिंता को दूर कर उनकी पढ़ाई आगे जारी कराने के लिए स्कूलों को आदेश जारी किए हैं। जिले में करीब 40 से अधिक बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। बोर्ड ने पत्र जारी कर जल्द से जल्द स्कूलों को ऐसे बच्चों की जानकारी देने की बात कही है, कोविड काल में जिनके सिर से माता-पिता का साया उठ गया।
बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए अब सीबीएसई ने उनकी पढ़ाई की जिम्मेदारी ली है। इस योजना का लाभ लेने के लिए छात्रों को बोर्ड की वेबसाइट पर पंजीकरण कराकर पहले सहमति पत्र जमा करना होगा। छात्रों को इसके लिए एलओसी कब तक जमा करनी है। बोर्ड की ओर से इसको लेकर कोई तिथि निर्धारित नहीं की गई है। सीबीएसई के सिटी समन्वयक वीके मिश्रा ने बताया कि जरूरतमंद बच्चों को इसका लाभ मिल सके। इसके लिए छात्रों के फोन पर भी संदेश भेजकर उनको जानकारी दी जा रही है। प्रधानाचार्य के वाट्सग्रुप पर भी ऐसे बच्चों को ढूंढने की बात कही है।
यूपी बोर्ड के छात्रों को भी मिलेगा लाभः डीआइओएस डा. अमरकांत द्विवेदी ने बताया कि बोर्ड की ओर से तो फिलहाल इस तरह का कोई पत्र जारी नहीं हुआ है। लेकिन, जिन छात्र-छात्राओं ने कोविड काल में अपने माता-पिता को खोया है। वे स्कूल के साथ ही डीआइओएस कार्यालय में प्रार्थना पत्र जमा कर अपनी पढ़ाई को जारी रख सकते हैं।
प्रधानाचार्य मीट में शिक्षा का स्तर बढ़ाने को लेकर हुई चर्चा : सेक्रेड हार्ट्स सीनियर सेकेंड्री पब्लिक स्कूल में बुधवार को प्रधानाचार्य मीट का आयोजन हुआ। जिले के करीब 90 स्कूलों के प्रधानाचार्यों द्वारा नई शिक्षा नीति के तहत हुए बदलाव व कोरोना काल जैसी विषम परिस्थितियों में तकनीक पर आधारित शिक्षा को किस तरह विद्यार्थियों के लिए प्रयोग में लाया जाए जैसे विषयों पर चर्चा हुई। साथ ही भारत को वैश्विक स्तर पर शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान स्थापित करने के उद्देश्य से नवाचार को बढ़ावा देने का संकल्प लिया गया।
सेक्रेड हार्ट्स की प्रधानाचार्या डा. उर्मिला बाजपेयी ने सभी प्रधानाचार्यों का आभार व्यक्त किया। कहा कि प्रतिस्पर्धा के इस दौर में वर्तमान शिक्षा प्रणाली को विद्यार्थियों के लिए किस तरह उपयोगी बनाया जाए। इसके लिए समय-समय पर हमें अपने विचारों को साझा करने की जरूरत है। निर्देशक निर्भय बेनीवाल ने कहा कि आज शिक्षा के क्षेत्र में हम रोज नई चुनौतियों का सामना करते हुए भी अगर नए प्रतिमान गढ़ रहे हैं तो वह केवल प्रबुद्धजनों के सहयोग और मार्गदर्शन से। इस अवसर पर अंकित बग्गा, पारूष अरोरा, वीके मिश्रा आदि मौजूद रहे।