CBSE बोर्ड ने फेल होने वाले छात्रों को दिया मौका, दे सकेंगे टर्म-टू की परीक्षा, जानिए कब से कर सकेंगे आवेदन

CBSE Board Term-2 Exam News केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के बारहवीं के प्राइवेट परीक्षार्थी अगले साल होने वाली बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए के लिए दो दिसंबर से आवेदन करा सकते हैं। बोर्ड की टर्म-2 की परीक्षाएं संभवत मार्च या अप्रैल में आयोजित हाे सकती हैं।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 07:25 AM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 07:25 AM (IST)
CBSE बोर्ड ने फेल होने वाले छात्रों को दिया मौका, दे सकेंगे टर्म-टू की परीक्षा, जानिए कब से कर सकेंगे आवेदन
CBSE बोर्ड ने फेल होने वाले छात्रों को दिया मौका, दे सकेंगे टर्म-टू की परीक्षा

बरेली, जेएनएन। CBSE Board Term-2 Exam News : केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के बारहवीं के प्राइवेट परीक्षार्थी अगले साल होने वाली बोर्ड परीक्षा में शामिल होने के लिए के लिए दो दिसंबर से आवेदन करा सकते हैं। बोर्ड की टर्म-2 की परीक्षाएं संभवत: मार्च या अप्रैल में आयोजित की जा सकती हैं।

सीबीएसई के सिटी समन्वयक वीके मिश्रा ने बताया कि जारी पत्र के अनुसार बारहवीं के प्राइवेट विद्यार्थियों के आवेदन सिर्फ आनलाइन मोड पर ही स्वीकार किए जाएंगे। बोर्ड ने प्राइवेट परीक्षार्थियों को 9 वर्गाें में बांटा है। जाे छात्र इस वर्ष फेल हुए हों या सुधारात्मक परीक्षा देना चाहते हैं वे टर्म-2 की परीक्षा के लिए आवेदन कर सकते हैं। वहीं पिछले पांच वर्षाें की परीक्षा में फेल हुए विद्यार्थी भी आवेदन कर सकते हैं। अंक सुधार के लिए भी परीक्षार्थी आवेदन कर सकते हैं।

लैपटाप वितरण के लिए रुविवि ने भेजा 2.34 लाख छात्रों का डेटा 

रुविवि ने शासन द्वारा लैपटाप व टेबलेट वितरण के लिए मांगी गई जानकारी भेज दी है। विवि ने नौ जिलों के संबद्ध महाविद्यालयों से भेजी गई रिपोर्ट के आधार पर डेटा शासन को भेजा है। जिन छात्रों का डेटा भेजा गया है वह प्रथम व द्वितीय कक्षा के छात्र हैं। इनकी संख्या दो लाख 34 हजार है। शासन द्वारा लगातार इसका आंकड़ा मांगा जा रहा था और शासन से इसकी मानीटरिंग भी हो रही थी। कई महाविद्यालय द्वारा डेटा नहीं भेजने पर इसको लेकर कुलसचिव ने तुरंत डेटा मांगा था। इसके बाद गलत डेटा भेज दिया गया था, जिसमें सुधार कर डेटा मांगा गया था।

महात्मा ज्याेतिबा फुले ने समाज में किया था सुधार

रुविवि परिसर में रविवार को महान समाज सुधारक एवं शिक्षाविद महात्मा ज्योतिबा फुले की पुण्यतिथि के अवसर पर प्रशासनिक भवन के सामने उनकी प्रतिमा के पास श्रृद्धांजलि सभा का आयोजन कुलपति प्रो. केपी सिंह की अध्यक्षता में किया गया।कार्यक्रम का संचालन डा. सुरेश कुमार ने करते हुए महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन एवं आदर्शों का संक्षिप्त परिचय देकर उपस्थित सभी शिक्षकों कर्मचारियों व छात्रों को माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि के लिए आमंत्रित किया।

इसके बाद सभी को संबोधित करते कुलपति ने बताया की महात्मा ज्योतिबा फुले का योगदान शिक्षा एवं समाज सुधार में अद्वितीय है। जिस कालखंड में उन्होंने शिक्षा एवं समाज सुधार के प्रयास किए थे उस कालखंड में समाज विभिन्न प्रकार के कुरीतियों एवं अशिक्षा से ग्रस्त था। उन्होंने कई शिक्षण संस्थानों को शुरू किया। इस कार्य में उनकी पत्नी भी उन्हें पूर्ण मनोयोग से साथ देती थी।

केवल धार्मिक शिक्षा के उस युग में उन्होंने वैज्ञानिक एवं उच्च शिक्षा के महत्व पर बल दिया। कुलपति ने कहा कि रुविवि का सौभाग्य है कि इसके नाम के साथ महात्मा ज्योतिबा फुले जैसे महा मनीषी का नाम जुड़ा है। कुलपति ने विवि के अधिकारियों एवं शिक्षकों को विवि के केंद्रीय पुस्तकालय में महात्मा ज्योतिबा फुले द्वारा लिखित साहित्य एवं उन पर लिखे साहित्य को संग्रह कर एक अलग वीथिका का निर्माण करने का भी सुझाव दिया। इस दौरान कुलसचिव डा. राजीव कुमार, सहायक कुलसचिव आनंद कुमार मौर्य, डा. नीरज कुमार, आदि माैजूद रहे। 

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