Deepak Yadav murder case : आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए उल्टे पांव चल रही सीबीसीआइडी, पुलिस से मांगेगी मदद
कोतवाली पुलिस की हिरासत में दीपक यादव की मौत के आठ साल पुराने मामले में आरोपितों को पकडऩे के लिए सीबीसीआइडी उल्टे पांव चल पड़ी है। रिटायर्ड सीओ व दोनों सिपाहियों की गिरफ्तारी के लिए सीबीसीआइडी संबंधित जिलों के पुलिस कप्तानों को पत्र लिखकर मदद की सिफारिश करेगी।
बरेली, जेएनएन। कोतवाली पुलिस की हिरासत में दीपक यादव की मौत के आठ साल पुराने मामले में आरोपितों को पकडऩे के लिए सीबीसीआइडी उल्टे पांव चल पड़ी है। रिटायर्ड सीओ व दोनों सिपाहियों की गिरफ्तारी के लिए सीबीसीआइडी संबंधित जिलों के पुलिस कप्तानों को पत्र लिखकर मदद की सिफारिश करेगी। इससे पहले जब आरोपितों पर दोष सिद्ध हुआ था, तब भी संबंधित जिलों के पुलिस कप्तानों को इसकी सूचना दी गई थी।
सितंबर 2012 में लोको पायलट भगवान दास के बेटे दीपक की कोतवाली पुलिस की हिरासत में मौत हो गई थी। दीपक के पिता ने तत्कालीन इंस्पेक्टर व सीओ पद से सेवानिवृत्त वीरेंद्र सिंह यादव, सिपाही मुकेश गिरि और रूम सिंह पर हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। सीबीसीआइडी की जांच में रिटायर्ड सीओ वीरेंद्र सिंह यादव, सिपाही मुकेश गिरि और रुम सिंह दोषी पाए गए। कोतवाली के तत्कालीन हेड मोहर्रिर और लेखक समेत पांच पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच की सिफारिश हुई। तीनों आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए संबंधित जिले के कप्तानों को सीबीसीआइडी ने सूचना भेजी, लेकिन तीन माह बाद भी वह फरार चल रहे हैं। लोवर कोर्ट से जमानत खारिज होने के बाद रिटायर्ड सीओ हाईकोर्ट पहुंच गया है। इधर, सिपाही मुकेश गिरि बरेली में ही डॉयल 112 व रूम सिंह शाहजहांपुर में तैनात हैं। दोषी पाए जाने के बाद से दोनों सिपाही छुट्टी लेकर चले गए, तब से वापस नहीं लौटे।
क्या कहना है अधिकारियों का
विवेचक बाहर हैं। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए सीबीसीआइडी जुटी है। संबंधित जिला कप्तानों को भी आरोपितों की जल्द गिरफ्तारी के बावत पत्र लिखा जा रहा है।
प्रज्ञा मिश्रा, एसपी, सीबीसीआइडी