सावधान ! संभल कर खरीदें सैनिटाइजर, कहीं खराब न कर दे स्किन Lifestyle
बाजार में बिकने वाला हैंड सैनिटाइजर असरदार भी है या फिर सिर्फ पानी। कहीं यह आपकी त्वचा को खराब करने वाला तो नहीं। सैनिटाइजर खरीदते वक्त इस बात का जरूर ध्यान रखें। कोरोना काल में अनिवार्य वस्तु मानकर इसे खुलेआम बेचने की अनुमति दे दी गई है।
बरेली, जेएनएन। बाजार में बिकने वाला हैंड सैनिटाइजर असरदार भी है या फिर सिर्फ पानी। कहीं यह आपकी त्वचा को खराब करने वाला तो नहीं। सैनिटाइजर खरीदते वक्त इस बात का जरूर ध्यान रखें। कोरोना काल में अनिवार्य वस्तु मानकर इसे खुलेआम बेचने की अनुमति दे दी गई है। तमाम तरह के सैनिटाइजर बाजार में आ गए हैं, लेकिन उन पर लिखी अल्कोहल की मात्रा सिर्फ जांच में ही पता चल सकती है। मानक के अनुसार अल्कोहल नहीं होने पर वह वायरस को नहीं मारेगा। अगर मिलावटी सैनिटाइजर हुआ तो वह लोगों की त्वचा को खराब कर देगा। अगर सस्ता मेथनॉल मिला होगा तो वह शरीर के लिए खतरनाक साबित होगा।
कई बेस में बन रहा सैनिटाइजर
बाजार में बिक रहा सैनिटाइजर कई बेस में तैयार किया जा रहा है। डब्ल्यूएचओ ने आइसो प्रोपाइल अल्कोहल बेस सैनिटाइजर बनाने के लिए करीब 70 फीसद अल्कोहल होना जरूरी बताया है। इससे कम अल्कोहल होने पर वह वायरस को मार नहीं पाएगा। इसके साथ ही इथेनॉल बेस भी सैनिटाइजर बन रहे हैं। वही, क्लोरो टैक्साडिन व आयुर्वेदिक औषधि के आधार पर भी सैनिटाइजर बनाया जा रहा है। इसमें अन्य सामग्री को मिलाया जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार सैनिटाइजर को देखकर सही या गलत नहीं बताया जा सकता। कम अल्कोहल की मात्रा होने पर वह वायरस पर असरदार नहीं होगा।
सस्ता होने के कारण मेथनॉल का होता इस्तेमाल
सैनिटाइजर बनाने में इस्तेमाल होने वाले 70 फीसद इथाइल अल्कोहल की कीमत करीब डेढ़ सौ रुपये प्रति लीटर है। वही, मेथनॉल करीब 35 रुपये लीटर के हिसाब से मिल जाता है। चीनी मिलों से निकलने वाला मेथनॉल सस्ता व आसानी से मिल जाता है। इस कारण सैनिटाइजर में इसे मिलाए जाने की भी संभावना रहती है। प्रकाश बॉयोलॉजिकल के प्रकाश झा ने बताया कि मेथनॉल का इस्तेमाल पेंट बनाने में किया जाता है। यह जहरीला पदार्थ होता है। इसके लगातार इस्तेमाल से त्वचा खराब होने का डर रहता है।
जिले में मेथनॉल से सैनिटाइजर नहीं बनाया जा रहा है। विभाग इसकी पूरी निगरानी कर रहा है। बाजार से सैनिटाइजर के सैंपल लेकर जांच कराई जा रही है। अब तक मिलावट का कोई मामला नहीं मिला है।विवेक कुमार, ड्रग इंस्पेक्टर
मेथनॉल एक जहरीला पदार्थ है। इससे बना हैंड सैनिटाइजर बार-बार हाथ में लगाने से वह शरीर में जा सकता है। इससे आंखों की रोशनी जा सकती है और सांस की फालिज हो सकती है, जो जानलेवा है। डॉ. सुदीप सरन, वरिष्ठ फिजिशियन
बाजार में 70 फीसद इथाइल अल्कोहल से बना सैनिटाइजर बिक रहा है। आवश्यक वस्तु बनने के बाद सैनिटाइजर ठेलों पर भी बिक रहा है। उसकी गुणवत्ता के बारे में कुछ नहीं कहा जा सकता है। दुर्गेश खटवानी, अध्यक्ष, बरेली कैमिस्ट एसोसिएशन