सावधान ! एमबीबीएस में दाखिला कराने के नाम पर ठगी करने वालों ने दिल्ली से हरियाणा तक फैला रखा है ठगी का नेटवर्क
MBBS Admission Cheating Case एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर ठगी करने वालों का बड़ा गिरोह है। सिर्फ सुभाषनगर निवासी राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त रिटायर्ड शिक्षक से ही नहीं बल्कि गुरुग्राम दिल्ली फतेहगढ़ आंध्रप्रदेश के लोगों से भी इसी तरह ठगी हुई।
बरेली, जेएनएन। MBBS Admission Cheating Case : एमबीबीएस में दाखिले के नाम पर ठगी करने वालों का बड़ा गिरोह है। सिर्फ सुभाषनगर निवासी राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त रिटायर्ड शिक्षक से ही नहीं, बल्कि गुरुग्राम, दिल्ली, फतेहगढ़, आंध्रप्रदेश के लोगों से भी इसी तरह ठगी हुई। अलग स्थानों पर अब तक 11 पीड़ित सामने आ चुके हैं।
19 फरवरी को सुभाषनगर के करगैना के रहने वाले रिटायर्ड शिक्षक गोवर्धन लाल श्रीवास्तव ने सुभाषनगर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बताया कि नाती व नातिन की नीट में कम रैंक आई थी। गिरोह के सदस्यों ने संभवता उसी ब्योरा से नंबर हासिल कर फोन किया। पिछले साल 23 नवंबर को सचिन ने फोन कर कहा कि बच्चों का मोती लाल नेहरु मेडिकल कालेज प्रयागराज एवं बांदा मेडिकल कालेज में एमबीबीएस प्रवेश करा देंगे। सरकारी कालेज में कम फीस होगी। मगर, इसके बदले प्रत्येक अभ्यर्थी को 20 से 30 लाख रुपये देने होंगे। गोवर्धन ने 36 लाख रुपये दे दिए थे, मगर दोनों बच्चों के प्रवेश नहीं हुए।
उनका कहना था कि 15 दिसंबर को ठग उन्हें प्रयागराज मेडिकल कालेज से जुड़े स्वरूपरानी अस्पताल के डा. हर्षवर्धन, डा. एसके शर्मा के पास ले गए। उन्हीं दोनों ने एक अभ्यर्थी की काउंसिलिंग कर प्रवेश पक्का होने की बात कही थी। बाद में पता चला कि प्रवेश नहीं हुआ है। गोवर्धन ने रकम लेने वाले थंब टॉवर सेक्टर नंबर 62 नोएडा के सचिन, पंकज खटिक, आदेश, वीरेंद्र और काउंसिलिंग करने वाले डा. हर्षवर्धन, डा. एसके शर्मा व दो अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट कराई थी।
उन्होंने बताया कि इसके बाद कुछ अन्य पीड़ितों के फोन आने लगे। ठगी का पता चलने पर गुरुवार को पांच पीड़ितों ने नोएडा के सेक्टर-58 थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। वार्ड-12 फरुखनगर गुरुग्राम के रहने वाले प्रदीप रईया, पहला पुस्ता साठ फुटा रोड मोलरबंद विस्तार बदलपुर दिल्ली के सुरेंद्र कुमार चौहान, भोलेपुर अंबेडकरनगर कालोनी फतेहगढ़ फरुखाबाद के अनिल कुमार गुप्ता, नेलोर आंध्रप्रदेश के अंबरकर वसमी व दिल्ली के रोहिणी के सुरेश कुमार ने मुकदमा दर्ज कराया।
संस्थान के नाम डिमांड ड्राफ्ट के जरिए भी ली गई रकम
पीड़ितों के मुताबिक, ठगों ने ज्यादा से ज्यादा रकम तो नकद ली। फर्जीवाड़ा शक न हो, इसलिए मोती लाल नेहरु मेडिकल कॉलेज प्रयागराज एवं बांदा के मेडिकल कॉलेज के नाम से कुछ डिमांड ड्राफ्ट भी लिए। जिनसे रकम निकासी भी हो गई। पीड़ितों का कहना है कि बिना मेडिकल कालेज की मिलीभगत ड्राफ्ट कैश नहीं हो सकते।
चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक कार्यालय से जारी कराया पत्र
सौदा तय हाने के बाद ठगों ने भरोसा दिलाया कि पूरी प्रक्रिया चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक, लखनऊ कार्यालय से पूर्ण कराई जा रही है। 50 हजार रुपये रजिस्ट्रेशन के नाम पर लिए। रजिस्ट्रेशन के बाद अलाटमेंट लेटर के लिए फार्म चिकित्सा शिक्षा महानिदेशक लखनऊ कार्यालय भेजने की बात बताई। इसके बाद लखनऊ कार्यालय के नाम से जारी अलाटमेंट लेटर ठगों ने दे दिया। इस लेटर पर पीड़ित भरोसा कर बैठे और ठगों के द्वारा मांगी गई मुंह-मांगी रकम दे दी।