मैनेमेंट के विशेषज्ञों ने रूहेलखंड के छात्रों को बताई व्यावसायिक रणनीति, बाेले- ऐसे करें कारोबार

Business Strategy in Bareilly सबसे पहले गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के हेड एंड डीन प्रो. वीके सिंह ने ब्लू ओसियन एंड रेड ओसियन विषय पर पर व्याख्यान दिया। इस दौरान व्यवसाय करने की कई रणनीतियों के बारे में बताया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 23 Oct 2021 10:55 AM (IST) Updated:Sat, 23 Oct 2021 10:55 AM (IST)
मैनेमेंट के विशेषज्ञों ने रूहेलखंड के छात्रों को बताई व्यावसायिक रणनीति, बाेले- ऐसे करें कारोबार
मैनेमेंट के विशेषज्ञों ने रूहेलखंड के छात्रों को बताई व्यवसायिक रणनीति, बाेले- ऐसे करें कारोबार

बरेली, जेएनएन। Business Strategy in Bareilly : रुविवि में शुक्रवार को एमबीए विभाग में एआइसीटीई अप्रूव्ड पांच दिवसीय आनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट कार्यक्रम कांसेप्ट एंड एप्लिकेशन की शुरुआत हुई। कार्यक्रम के चीफ पेट्रेन विवि के कुलपति प्रो. केपी सिंह, कार्यक्रम समन्वयक विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो. संजय मिश्रा रहे। पहले दिन के तीन सत्रों में सबसे पहले गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के मैनेजमेंट डिपार्टमेंट के हेड एंड डीन प्रो. वीके सिंह ने ब्लू ओसियन एंड रेड ओसियन विषय पर पर व्याख्यान दिया।

इस दौरान व्यवसाय करने की कई रणनीतियों के बारे में बताया। द्वितीय सत्र में पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला के मैनेजमेंट विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. गुरुचरन सिंह ने केस स्टडी विषय पर व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने अकादमिक क्षेत्र में केस स्टडी की आवश्यकता, महत्व और केस स्टडी मैथ एंड अप्रोच, केस रिपोर्ट, जनरल केस डिस्कसन, रूट काज फार प्राब्लम आदि विषय पर प्रकाश डाला।

तीसरे सत्र में विवि के एमबीए विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. ए के सरकार ने आर्ट आफ लिविंग विषय पर व्याख्यान दिया। जिसमें उन्होंने कर्म और प्रारब्ध आधारित जीवन जीने और सामाजिक सामंजस्य बिठाने की कला पर गंभीरता से चर्चा की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हमारे आहार का गंभीर असर हमारे जीवन और क्रिया कलापों पर पड़ता है। इसलिए हिंसा रहित भोजन करना ही श्रेयस्कर है।

प्रो. संजय मिश्रा ने ऐसे कार्यक्रमों को शिक्षकों कैरियर डेवलपमेंट के लिए अति आवश्यक बताया। कार्यक्रम में डा. नम्रता दास यादव, डा. मंजुला सिंह, डा. रोमिता खुराना, डा. प्रियंका रस्तोगी, वर्षा, नवनीत शुक्ला, बाला प्रताप आदि शिक्षकों समेत राष्ट्रीय स्तर के महाविद्यालयों और विश्वविद्यालयों से 130 प्रतिभागी उपस्थित रहे। कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र एवं पंजाब के विश्वविद्यालयों से 15 प्रोफेसरों द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा। अंतिम दिन परीक्षा के बाद सफल प्रतिभागियों को प्रमाण पत्रों का वितरण किया जाएगा।

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