BSP के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र बोले, सम्मान बरकरार रखने को दलित समाज के साथ भाईचारा बनाएं ब्राह्मण

BSP enlightened conference बहुजन समाज पार्टी ने बुधवार को प्रबुद्ध सम्मेेलन के जरिए शाहजहांपुर जिले में विधानसभा चुनाव के अभियान का शंखनाद कर दिया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य सतीश मिश्र ने भाजपा व सपा को सबसे बड़ी ब्राह्मण विरोधी पार्टी करार दिया।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Wed, 04 Aug 2021 09:12 PM (IST) Updated:Wed, 04 Aug 2021 09:12 PM (IST)
BSP के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र बोले, सम्मान बरकरार रखने को दलित समाज के साथ भाईचारा बनाएं ब्राह्मण
बसपा के प्रबुद्ध सम्मेलन में राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने भाजपा व सपा को बताया ब्राह्मण विरोधी।

बरेली, जेएनएन। BSP enlightened conference : बहुजन समाज पार्टी ने बुधवार को प्रबुद्ध सम्मेेलन के जरिए शाहजहांपुर जिले में विधानसभा चुनाव के अभियान का शंखनाद कर दिया। पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व राज्यसभा सदस्य सतीश मिश्र ने भाजपा व सपा को सबसे बड़ी ब्राह्मण विरोधी पार्टी करार दिया। कहा कि अगर सम्मान बरकरार रखना है तो दलित समाज के साथ भाईचारा बनाना ही होगा।

शहर के एक मैरिज लॉन में हुए आयोजन में जातिवार आंकड़े गिनाते हुए सतीश मिश्र ने बताया कि क्यों ब्राह्मणों को बसपा के साथ आना चाहिए। बोले पिछड़ा और अल्पसंख्यक वर्ग पहले से ही पार्टी में जुड़ा है। ऐसे में ब्राह्मण और दलित एक साथ आ गए तो पार्टी सुप्रीमो मायावती का पांचवीं बार मुख्यमंत्री बनना तय है। उन्होंने कहा कि अपनी पहचान ब्राह्मण के नाम से बनाएं। प्रदेश में कुशासन बताते हुए कहा कि दलित और ब्राह्मण समाज की बेटियां भयभीत हैं।

लोगों को बिना मुकदमे के जेल में रखकर उत्पीड़न किया जा रहा है। बसपा राष्ट्रीय महासचिव बोले 2007 में ब्राह्मणों ने दलितों के साथ भाईचारा बना कर मायावती को पूरे बहुमत से मुख्यमंत्री बनाया। पार्टी से 45 ब्राह्मण भी जीत कर आये। जबकि भाजपा ने अपने शासन में ब्राह्मणों के फर्जी एनकाउंटर कराए। अयोध्या में मंदिर बनाने के नाम पर चंदा वसूली करने और उसका कोई हिसाब न देने का आरोप भी लगाया।

बसपा के नगर विधानसभा प्रभारी सर्वेश चंद्र मिश्र उर्फ धांधू ने अपने खिलाफ साजिश रची जाने का आरोप लगाया। उन्होंने ब्राह्मणों से प़ुरजोर सहयोग व समर्थन मांगा। बोले ब्राह्मणों का हित बसपा में ही सुरक्षित है। इससे पहले सतीश मिश्र व पूर्व मंत्री नकुल दुबे का शंख बजाकर मंत्रोच्चार के बीच स्वागत किया गया।

दोनों को फरसा व स्मृति चिह्न दिए गए। रामरक्ष पाल के संचालन में हुए आयोजन में अश्वनी पांडेय, अमरचंद्र जौहर, रामलड़ैते कनौजिया, रिजवान अली भोले मियां, राम कुमार मौर्या, चंद्रमोहन पांडेय, सत्यम मिश्र, राकेश मिश्र, रामकृपाल मिश्र, रामकिशोर अवस्थी, डा. राहुल तिवारी, अनिल शुक्ला, जिलाध्यक्ष जदुवीर गौतम, वसीम इदरीसी, राशिद कुरैशी, ब्रह्मदेव शुक्ला, अजय त्रिवेदी आदि मौजूद रहे।

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