Suicide: बसपा के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार के छोटे भाई ने घर पर खुद को गोली से उड़ाया

बसपा के पूर्व विधायक के छोटे भाई ने शनिवार को घर पर खुद को गोली मारकर सुसाइड कर लिया। उनके आत्मघाती कदम उठाने के पीछे की वजह अभी तक पता नहीं लग सकी है।

By Abhishek PandeyEdited By: Publish:Sat, 20 Apr 2019 12:35 PM (IST) Updated:Sun, 21 Apr 2019 11:15 AM (IST)
Suicide: बसपा के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार के छोटे भाई ने घर पर खुद को गोली से उड़ाया
Suicide: बसपा के पूर्व विधायक वीरेंद्र कुमार के छोटे भाई ने घर पर खुद को गोली से उड़ाया

जेएनएन, बरेली : पूर्व विधायक वीरेन्द्र सिंह के भाई ने शनिवार सुबह अपने घर पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वह पिछले काफी समय से अवसाद में थे। हालांकि, आत्महत्या की असल वजह सामने नहीं आ सकी है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया है। 

पवन विहार में रहने वाले पूर्व विधायक वीरेन्द्र सिंह के भाई धनेन्द्र पाल सिंह उर्फ पप्पू (48) ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे लाइसेंसी रिवाल्वर से दाहिनी कनपटी पर गोली मार ली। घर पर पहली मंजिल के कमरे से जैसे ही गोली की आवाज आइर्, उनकी पत्नी किरण दौड़ कर ऊपर पहुंचीं। धनेन्द्र को खून से लथपथ देख उनके होश उड़ गए। चीख पुकार की आवाज पर बेटा-बेटी भी आ गए। पास में रहने वाले भतीजे व भाई भी घर पहुंचे। आनन-फानन उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने धनेन्द्र को मृत घोषित कर दिया। 

पूर्व विधायक के भाई की मौत की खबर सुनकर उनके समर्थकों की भीड़ आवास पर जुटना शुरू हो गई। दोपहर करीब साढ़े बारह बजे सूचना पर सीओ थर्ड प्रीतम पाल सिंह, इंस्पेक्टर बारादरी कृष्णवीर सिंह मौके पर पहुंचे। पुलिस ने मौके से लाइसेंसी रिवाल्वर को कब्जे में ले लिया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पोस्टमार्टम के दौरान सिर में गोली फंसी मिली। पोस्टमार्टम के बाद शाम को मॉडल टाउन श्मशान भूमि पर शव का दाह संस्कार कर दिया गया। 

बेटी से कहा नाश्ता लगाओ और...

धनेन्द्र सिंह ने सुसाइड से पहले परिवार में किसी को भनक तक नहीं लगने दी। सुबह उठकर उन्होंने स्नान किया। फिर कॉलोनी के ही मंदिर गए। धनेन्द्र रोजाना सुबह मंदिर जाते थे इसके बाद ही चाय नाश्ता करते थे। मंदिर से आने के बाद उन्होंने बेटी सोना से नाश्ता लगाने को कहा। इस दौरान पत्नी किरण और बेटी रसोई में नाश्ता तैयार कर रही थीं। तभी धनेन्द्र ऊपर चले गए। इसी दौरान गोली चलने की आवाज आई। जिसके बाद मां-बेटी ऊपर कमरे की तरफ दौड़ीं। अंदर धनेन्द्र फर्श पर गिरे पड़े थे। सिर से खून निकल रहा था। शरीर में थोड़ी झटपटाहट थी। रिवाल्वर हाथ के पास पड़ा हुआ था। 

रिवाल्वर में थी दो गोलियां

धनेन्द्र गंगवार ने जिस लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली चलाई, उसमें दो गोलियां थीं। एक गोली उन्होंने अपनी कनपटी पर चला ली। दूसरी गोली रिवाल्वर में ही थी। पुलिस ने रिवाल्वर को कब्जे में ले लिया है। 

पोस्टमार्टम को लेकर होती रही जिद्दोजहद

परिवार वाले शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे। पुलिस पहुंची तो परिजनों ने पुलिस से भी पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया। काफी समझाने के बाद ही वह माने। तब दोपहर 12.30 बजे के बाद फील्ड यूनिट घर पहुंची। लेकिन उसे कुछ नहीं मिला। परिजनों ने उस कमरे को साफ कर दिया था, जिसमें सुसाइड किया था। पुलिस को कमरे में महज फर्श के कोने पर दो-तीन छींटे ही मिले। इसके अलावा टीम ने अंगुलियों के निशान लिए। पोस्टमार्टम के दौरान सिर में फंसी गोली मिल गई। 

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