Baas Market News : बरेली में शिफ्ट होगा अंग्रेजों के जमाने का बास मार्केट, संकरी गलियों में बैठने को तैयार नहीं दवा कारोबारी

Baas Market News कुतुबखाना में अंग्रेजों के जमाने में बसा बास मार्केट दवा के थोक कारोबार के लिए जाना जाता है। फिर वर्ष 1970 में शास्त्री मार्केट और गली नवाबान भी दवाओं के थोक कारोबारियों की दुकानों से गुलजार हुआ। समय बदला बाजार सिकुड़ता और घना होता चला गया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 28 Jul 2021 02:49 PM (IST) Updated:Wed, 28 Jul 2021 02:49 PM (IST)
Baas Market News : बरेली में शिफ्ट होगा अंग्रेजों के जमाने का बास मार्केट, संकरी गलियों में बैठने को तैयार नहीं दवा कारोबारी
बरेली में शिफ्ट होगा अंग्रेजों के जमाने का बास मार्केट, संकरी गलियों में बैठने को तैयार नहीं दवा कारोबारी

बरेली, जेएनएन। Baas Market News: कुतुबखाना में अंग्रेजों के जमाने में बसा बास मार्केट दवा के थोक कारोबार के लिए जाना जाता है। फिर वर्ष 1970 में शास्त्री मार्केट और गली नवाबान भी दवाओं के थोक कारोबारियों की दुकानों से गुलजार हुआ। समय बदला, बाजार सिकुड़ता और घना होता चला गया। अब लेकिन अब एमबीए, एमटेक और फार्मा की डिग्री लेेने वाले उनके बेटे-बेटी संकरी गलियों की दुकानों में बैठने के इच्छुक नहीं हैं। ऐसे में कई कारोबारी अपने प्रतिष्ठान को खुले बाजारों में पहले ही शिफ्ट कर चुके हैं। बचे हुए थोक कारोबारियों को बहुत जल्द एक ही छत के नीचे शिफ्ट किया जाएगा।

दवा कारोबारी समस्याएं गिनाते हुए कहते है कि मिनीबाईपास के ट्रांसपोर्टर के पास दवा और सर्जिकल आइटम दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा से पहुंचते हैं। यहां से छोटी ठेलियों पर पेटियों को लादकर किला, साहूकारा, बड़ाबाजार होते हुए गली नवाबान, शास्त्री मार्केट और बास मार्केट पहुंचते हैं। यहां संकरी गलियों की वजह से माल की अनलोडिंग में दिक्कत आती हैं। ट्रैफिक पुलिस ठेलियों की एंट्री रोकती है। झगड़े भी होते हैं।

महापौर डा. उमेश गौतम से जिला बरेली केमिस्ट एसोसिएशन के नागेंद्र पाल सक्सेना, दिनेश रस्तोगी, मुकेश अग्रवाल, दीपक पांडेय, घनश्याम दास खटवानी, किशोर कुमार, राकेश नरूला, महेंद्र खटवानी, सचिन नरूला, विनोद दुआ, विकास सक्सेना, रंजीत जौहरी मुलाकात के लिए पहुंचे थे। दवाओं के थोक बाजार शास्त्रीमार्केट की समस्याओं पर चर्चा होने के साथ बाजार शिफ्ट करने पर चर्चा हुई। महापौर डा. उमेश गौतम ने कारोबारियों को बाजार शिफ्टिंग के दो विकल्प दिए। धर्मदत्त सिटी के पीछे पड़ी खाली जगह पर बाजार बनाने के लिए, दूसरा विकल्प प्रेमनगर थाने के सामने।

बाजारों को शिफ्ट करने पर चल रहा विचार 

- बास मार्केट

- शास्त्री मार्केट

- गली नवाबान थोक बाजार

तीन मार्केट में करीब 1500 थोक और फुटकर कारोबारी

कई कारोबारियों ने पहले ही दुकानें शिफ्ट की 

प्रतिष्ठान - यहां शिफ्ट की दुकान

बास फार्मा - माडल टाउन चौकी के सामने

पवन एजेंसी - मॉडल टाउन के अंदर

बिंदल डिस्ट्रिब्यूटर - डीडीपुरम

जेएस मेडिको - डीडीपुरम

तुषार ट्रेडर्स - कीर्तिनगर

कारोबारी बाेले - संकरी गलियों मेें धंधा हुआ मुश्किल

बाजार में सबकी इच्छा है। संकरी गलियों से बाजार में कंपनी से आना वाला माल फंसा रहता है। झगड़े तक होते हैं। - चंद्रभूषण गुप्ता, दवा थोक कारोबारी

महापौर कह रहे है कि प्रेमनगर के सामने वाले बाजार में तीसरी मंजिल बनाकर आपको दुकान दी जा सकती है। कोई दिक्कत नहीं आएगी। - महेंद्र कुमार, दवा थोक कारोबारी

आने वाली पीढ़ी इन संकरी गलियों में व्यवसाय नहीं करना चाहती है। थोक कारोबारी को खुले बाजारों में लेकर जाने में कोई दिक्कत भी नहीं है। - दीपक पांडेय, दवा थोक कारोबारी

सारा बाजार एक जगह इकट्ठा हो जाएगा। शिफ्ट होने के बाद एक ही छत के नीचे पूरा बाजार होगा। यहां पार्किंग, शौचालय की दिक्कत वहां नहीं होगी। - रवि कुमार, दवा के थोक कारोबारी

महापौर का प्रस्ताव है कि वहां लिफ्ट लगा हुआ मार्केट मिल जाएगा। प्रेमनगर थाने के सामने या धर्मदत्त सिटी अस्पताल के पीछे कही भी व्यवसाय शिफ्ट हो सकता है।- जितेंद्र खटवानी, दवा कारोबारी

सहूलियतें संकरी गलियों में नहीं मिल पाती है। पार्किंग व्यवस्था नहीं है। अच्छा शौचालय नहीं है। जर्जर तारों से बिजली आपूर्ति है।- लक्ष्मी चंद, दवा कारोबारी

महापौर ने कहा - कारोबारी आए, मैं लिफ्ट वाला बाजार दूंगा

अंग्रेजों के जमाने के बाजार को घने बाजार से खुले में शिफ्ट कराने के शुरूआती चरण में 60 दुकानों को लेकर जा सकते हैं। प्रेमनगर के सामने मार्केट के पास काफी जगह है। लिफ्ट वाला बढ़िया बाजार दवा कारेाबारियों को दे सकता हूं। साफ सफाई, बुनियादी सुविधाएं भी उन्हें वहां मिलेंगी। - उमेश गौतम, महापौर

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