BJP : प्रदेश अध्यक्ष ने भाजयुमो जिलाध्यक्ष के खिलाफ लिया सख्त एक्शन, किया निलंबित, 24 घंटे के अंदर मांगा स्पष्टीकरण, जानिए वजह
शाहजहांपुर में वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमति के बिना भारतीय जनता युवा मोर्चा की महानगर कमेटी का गठन करना अध्यक्ष को भारी पड़ गया। मुख्य कार्यकारिणी के महानगर जिलाध्यक्ष अरुण गुप्ता की आपत्ति का प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी ने संज्ञान लिया।
बरेली, जेएनएन। शाहजहांपुर में वरिष्ठ पदाधिकारियों की सहमति के बिना भारतीय जनता युवा मोर्चा की महानगर कमेटी का गठन करना अध्यक्ष को भारी पड़ गया। मुख्य कार्यकारिणी के महानगर जिलाध्यक्ष अरुण गुप्ता की आपत्ति का प्रदेश अध्यक्ष प्रांशु दत्त द्विवेदी ने संज्ञान लिया। उन्होंने पद से निलंबित करते हुए चौबीस घंटे में स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। ऐसा न करने पर पद से हटाने की चेतावनी दी है।
भारतीय जनता युवा मोर्चा में संकेत श्रीवास्तव को पिछले दिनों महानगर अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने अपनी कार्यकारिणी का गठन कर दिया। आरोप है कि उन्होंने इसमें मुख्य कार्यकारिणी के महानगर अध्यक्ष अरुण गुप्ता की सहमति नहीं ली। इस पर अरुण गुप्ता ने आपत्ति की। उन्होंने प्रांतीय पदाधिकारियों को भी अवगत कराया, जिसके बाद प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार देर शाम पत्र जारी किया।
संकेत श्रीवास्तव ने मेरी जानकारी के बिना कमेटी बना दी। जबकि उन्हें इस बारे में मुझे बताना चाहिए था। उन्होंने कुछ ऐसे पदाधिकारी बना दिए, जिन पर आपत्ति थी। इस मामले में भाजयुमो के प्रांतीय अध्यक्ष ने संज्ञान लेकर उन्हें पद से निलंबित किया है। अरुण गुप्ता, महानगर जिलाध्यक्ष
मैंने नए चेहरों को मौका दिया। जो पार्टी हित में था वह निर्णय लिया। इसे बिना वजह तूल दिया गया। प्रदेश अध्यक्ष को गलत रिपोर्ट दी गई। उनसे मिलकर स्थिति स्पष्ट करूंगा। मेरे ऊपर गलत कार्रवाई की जा रही है। संकेेत श्रीवास्तव, भाजयुमो महानगर जिलाध्यक्ष
देर रात एसपी ने दोनों सिपाहियों को भेजा रोजा थाने
बंडा के भाजपा मंडल महामंत्री प्रवीण शुक्ला रविवार शाम किसी काम से खुटार थाने गए थे। जहां उनकी डायल 112 के सिपाही विजय नारायण व थाने के मुंशी नेत्रपाल से कहासुनी हो गई। विवाद बढ़ने पर प्रवीण ने कई अन्य भाजपा नेताओं को भी थाने बुला लिया। जिसके बाद पुलिसकर्मियों पर अभदता करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करना शुरू कर दिया। मामले की जानकारी होने पर प्रभारी निरीक्षक दिनेश शर्मा मौके पर पहुंच गए।
उन्होंने भाजपा नेताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया। इसके बाद पूरे प्रकरण की रिपोर्ट एसपी एस आनंद के पास भेजी। जिसके बाद दोनों सिपाहियों को देर रात खुटार से रोजा थाने स्थानांतरित कर दिया गया। एसपी ने बताया कि दोनों पक्षों में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। जिस वजह से दोनों सिपाहियों को वहां से हटा दिया गया है। अब किसी तरह का विवाद नहीं है।