BEd Entrance Exam : बीएड की प्रवेश परीक्षा से विश्वविद्यालय परीक्षा का प्रभावित हो रहा शेडयूल, तीन बार बदली बीएड प्रवेश परीक्षा की तारीख
BEd Entrance Exam 2021 की संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा के कारण एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की वार्षिक एवं मुख्य परीक्षाओं का कार्यक्रम प्रभावित हो रहा है। बीएड प्रवेश परीक्षा के कारण पहले 30 जुलाई को होने वाली विश्वविद्यालय की परीक्षाएं टाल दी गई थी।
बरेली, जेएनएन। BEd Entrance Exam 2021 : 2021 की संयुक्त बीएड प्रवेश परीक्षा के कारण एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय की वार्षिक एवं मुख्य परीक्षाओं का कार्यक्रम प्रभावित हो रहा है। बीएड प्रवेश परीक्षा के कारण पहले 30 जुलाई को होने वाली विश्वविद्यालय की परीक्षाएं टाल दी गई थी। वहीं अब छह अगस्त को होने वाली विश्वविद्यालय की परीक्षाओं पर संकट मडराने लगा है। बता दें कि बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा अब छह अगस्त को प्रस्तावित है।
लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर शासन ने बीएड प्रवेश परीक्षा छह अगस्त को कराने की अनुमति दे दी है। इससे पहले परीक्षा की तिथि 18 जुलाई और 30 जुलाई तय हुई थी। कोविड-19 के कारण 19 मई को तय कार्यक्रम के अनुसार परीक्षा नहीं कराई जा सकी थी। बीएड प्रवेश परीक्षा की शुचिता को ध्यान में रखते हुए शासन ने 30 जुलाई को विश्वविद्यालयों की सभी परीक्षाएं स्थगित करा दी थीं।
उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने बीते दिनों स्वयं ही कहा था कि राज्य विश्वविद्यालय 30 जुलाई को कोई अन्य परीक्षा आयोजित न करें। इस बीच अचानक प्रवेश परीक्षा की तिथि आगे बढ़ा दी गई। इससे अब छह अगस्त को होने वाली विश्वविद्यालयीय परीक्षाओं को भी टालना पड़ेगा। विश्वविद्यालय की परीक्षाएं टाले जाने से छात्रों को भारी असुविधा हो रही है।
130 परीक्षा केंद्र बनाए गए
बीएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा के लिए सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। इसके लिए बरेली व मुरादाबाद मंडल के नौ जिलों में 130 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। जहां लगभग 53 हजार अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। बरेली जिले में 28 केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसमें 12,908 परीक्षार्थी शामिल होंगे।
दो पालियों में होगी परीक्षा
जिले में आयोजित होने वाली बीएड प्रवेश परीक्षा में इस बार परीक्षार्थियों की संख्या पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ी है। कोरोना गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए मुख्यालय के 20 किमी की परिधि के स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। परीक्षा समन्वयक व रुहेलखंड विश्वविद्यालय में शिक्षा विभाग के प्रो. केके चौधरी ने बताया कि नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए दो स्तरों पर निगरानी की जाएगी। एक ओर जहां परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी से परीक्षार्थियों पर निगाह रखी जाएगी तो वहीं दूसरी ओर लखनऊ विश्वविद्यालय में बने केंद्रीय निरीक्षण कक्ष से परीक्षा केंद्रों की निगरानी होगी।
फेस बायोमैट्रिक से लगेगी हाजिरी
सभी परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों की हाजिरी फेस बायोमैट्रिक से ली जाएगी। ताकि कोई परीक्षार्थी अपनी जगह किसी ओर से न बैठा सके। परीक्षा समन्वयक ने बताया कि संक्रमण के लिहाज से अगर किसी परीक्षार्थी का तापमान सामान्य से अधिक होगा तो उसे आइसोलेटेड कक्ष में बैठाकर परीक्षा दिलाई जाएगी।