बरेली के विनायक अस्पताल ने तीन दिन का बिल बनाया 96 हजार, जानियेे बाद में क्यों लौटाने पड़े रुपये

कोरोना संक्रमित बुजुर्ग के तीमारदारों से तीन दिन के 96 हजार रुपये से अधिक लेने वाले विनायक अस्पताल ने बुधवार को 50 हजार रुपये लौटा दिए। सपा के महानगर महासचिव गौरव सक्सेना की शिकायत पर सीएमओ ने मामले की जांच के लिए एसीएमओ समेत दो डाक्टरों की टीम बनाई थी।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 09:49 AM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 09:49 AM (IST)
बरेली के विनायक अस्पताल ने तीन दिन का बिल बनाया 96 हजार, जानियेे बाद में क्यों लौटाने पड़े रुपये
सीएमओ ने मामले की जांच को बनाई थी दो सदस्यीय कमेटी, बुजुर्ग से तीन दिन के लिए थे 96 हजार।

बरेली, जेएनएन। कोरोना संक्रमित बुजुर्ग के तीमारदारों से तीन दिन के 96 हजार रुपये से अधिक लेने वाले विनायक अस्पताल ने बुधवार को 50 हजार रुपये लौटा दिए। सपा के महानगर महासचिव गौरव सक्सेना की शिकायत पर सीएमओ ने मामले की जांच के लिए एसीएमओ डॉ. आरएन गिरि समेत दो डाक्टरों की टीम बनाई थी।

सनसिटी कालोनी में रहने वाले बुजुर्ग मुकेश अग्रवाल बीते दिनों कोरोना संक्रमित होने पर सिटी स्टेशन रोड स्थित विनायक अस्पताल में भर्ती हुए थे। वहां तीन दिन जनरल वार्ड में इलाज के बाद अस्पताल वालों ने 96540 रुपये का बिल थमा दिया। आइसीयू नहीं होने पर स्वजनों से उन्हें दूसरे अस्पताल ले जाने को बोला। परिवार वालों ने अस्पताल का चार्ज चुकाकर उन्हें दूसरे अस्पताल में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान बुजुर्ग की मौत हो गई।

मामले की जानकारी उनके स्वजनों ने सपा के महानगर महासचिव गौरव सक्सेना को दी। इस पर गौरव सक्सेना ने सीएमओ डॉ. सुधीर कुमार गर्ग से शिकायत की। उनकी शिकायत पर सीएमओ ने एसीएमओ डॉ. आरएन गिरि और डॉ. पंकज अग्रवाल की कमेटी मामले की जांच के लिए बना दी। पार्षद गौरव सक्सेना ने बताया कि बुधवार को अस्पताल वालों ने बुजुर्ग के परिवार को 50 हजार रुपये लौटा दिए।

उन्होंने कंप्यूटर की त्रुटि बताया। सीएमओ डॉ. सुधीर गर्ग ने बताया कि मामले की जांच के लिए कमेटी बनाई थी। फिलहाल कमेटी ने जांच रिपोर्ट नहीं दी है। वही, अस्पताल के डायरेक्टर अनुपम कपूर से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने इस बार भी फोन नहीं उठाया।

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