Weather Update : चार दिन तक रुहेलखंड को भिगोएगा प्री मानसून, अगले सप्ताह मानसून दे सकता है दस्तक
Bareilly Weather News मौसम बदला मिजाज चार दिन तक रुहेलखंड को भिगोएगा। कभी तेज तो कभी फुहार के साथ बारिश होगी। लेकिन अगले सप्ताह मानसून रीझकर झमाझम बरसेगा। हालांकि तराई क्षेत्र में मानसून ने दस्तक दे दी है। हवा के बदले रुख के कारण प्रभाव कम हो गया है।
बरेली, जेएनएन।Bareilly Weather News : मौसम बदला मिजाज चार दिन तक रुहेलखंड को भिगोएगा। कभी तेज तो कभी फुहार के साथ बारिश होगी। लेकिन अगले सप्ताह मानसून रीझकर झमाझम बरसेगा। हालांकि तराई क्षेत्र में मानसून ने दस्तक दे दी है। लेकिन हवा के बदले रुख के कारण प्रभाव कम हो गया है। इस कारण चार दिन तक रोजाना मंडल में 2 मिमी से लेकर 19 मिमी तक बारिश होगी। इस बीच न्यूहनतम तापमान 23 से 26 डिग्री सेल्सियस तथा अधिकतम 30 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा।
सुबह के समय अधिकतम सापेक्षिक आर्द्रता 86 से 92 फीसद तथा दोपहर बाद न्यूनतम आर्र्द्रता 45 से 54 फीसद के बीच रहने की सम्भावना है। इस बीच हवा की दिशा अधिकतर पूर्वी दक्षिण पूर्वी रहेगी तथा गवा की गति 9.7 से 16.8 किमी प्रति घंटा के बीच रहने का अनुमान है।इस वर्ष खरीफ सीजन में अच्छी बारिश के संकेत है। जनवरी से अब तक 234 मिमी बारिश हो चुकी हे। जून की शुरुआत से अब तक 108 मिमी बारिश हो चुकी है। मौसम विज्ञान विभाग ने 20 जून तक पूर्वानुमान जारी किया है। जिसमें चार दिन तक रोजाना हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। बरेली में 17 जून को 19 मिमी बारिश की संभावना है। अगले सप्ताह मानसून दस्तक देगा। इसके बाद झमाझम बारिश होगी।
वायुदाब धड़ाम, पारा उछला बारिश के आसार : बुधवार को मौसम का मिजाज अचानक बदला। सुबह 34 मिलीबार वायुदाब बढ़ा, इसके बाद 30 मिलीबार गिर गया। वायुदाब में उतार चढ़ाव के बीच पारा 3.5 डिग्री उछल कर 33.5 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। आसमान में छाये कपासी बादलों के बीच से छनकर आ रही धूप से उमस बढ़ गई। इससे आर्र्द्रता 90 फीसद से 49 फीसद पर आ गई। लेकिन पश्चिमी विक्षोभ से मौसमी हलचल रही। नतीजतन मौसम विज्ञानियों ने बारिश की प्रबल संभावना बताई है।
धरा को तर करेंगे दस तरह के बादल : कृषि विज्ञान केंद्र स्थित मौसम इकाई के प्रभारी मौसम विज्ञानी डा. रोवित कुमार ने अगले 20 जून तक सतत बारिश की संभावना जताई है। बताया कि आसमान में 100 से अधिक प्रकार के बादल मौजूद हैं। लेकिन सामान्य आकार ऊंचाई के आधार पर 10 तरह मुख्य बादल हैं। वर्तमान में आसमान में कपासी बादल बादल छाए हुए हैं, जो मानसून की दस्तक का अहसास कराते और कम बरसते हैं। बादलाों में कभी घोड़ा तो कभी हाथी दिखते हैं। विज्ञान में बादलों प्रकृति व दूरी के अनुसार वर्गीकृत किया गया है।
दूरी के अनुसार बादलों का वर्गीकरण
- निम्न-स्तर के बादल (क्यूम्यलस, स्ट्रेटस, स्ट्रैटोकोमुलस) जो 6,500 फीट (1,981 मीटर) से नीचे होते हैं
- मध्य बादल (अलोकुमुलस, निंबोस्ट्रैटस, अल्टोस्ट्रेटस) जो कि 6,500 और 20,000 फीट (1981-6,096 मीटर) के बीच मंडराते हैं
- उच्च-स्तर के बादल (सिरस, सोरोक्युमुलस, सिरोस्ट्रैटस) जो 20,000 फीट (69696 फीट) से अधिक ऊंचाई पर होते हैं
- क्यूम्यलोनिम्बस, जो निम्न, मध्य और ऊपरी वातावरण में जमा होते हैं
मंडल में बारिश के पूर्वानुमान के आंकड़े
जनपद : 17 जून - 18 जून - 19 जून - 20 जून
शाहजहांपुर : 3.1 - 3.6 - 4.4 - 3.2
पीलीभीत : 2.1 - 3.8 - 3.1 - 4.5
बरेली : 19.5 - 3.8 - 3.5 - 4.7
बदायूं : 4.33 - 3.43 - 3.4 - 3.3
क्या कहते हैंं अधिकारीः मौसम विज्ञानी डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभा के कारण मौसम का मिजाज पल पल बदल रहा है। 20 जून तक रोजाना रुक रुक कर प्री मानसून बारिश के संकेत मिले है। अगले सप्ताह मानसूनी बारिश होगी। गत कई सालों के सापेक्ष इस वर्ष अच्छी बारिश होगी। तराई क्षेत्र समेत रुहेलखंड को फायदा होगा।