कोरोना कर्फ्यू में दुकानेंं बंद रखने के बाद भी कारोबार चलाने के लिए बरेली के व्यापारियों ने निकाला नया रास्ता, जानें कैसे कर रहे व्यापार

Bareilly Weekend Lockdown News कहावत है आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है। यह कहावत बरेली के व्यापारियों ने चरितार्थ की है। कोरोना संक्रमण के दौर में व्यापार काफी प्रभावित हो चुका है। संक्रमण की रफ्तार थमी तो बाजार खोलने की अनुमति मिली लेकिन दो दिन का कर्फ्यू जारी है।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sun, 13 Jun 2021 11:50 AM (IST) Updated:Sun, 13 Jun 2021 11:50 AM (IST)
कोरोना कर्फ्यू में दुकानेंं बंद रखने के बाद भी कारोबार चलाने के लिए बरेली के व्यापारियों ने निकाला नया रास्ता, जानें कैसे कर रहे व्यापार
कोरोना संक्रमण की रोकथाम के चलते दो दिवसीय बंदी में ग्राहकों की सुविधा के लिए शुरू किया प्रयास।

बरेली, जेएनएन। Bareilly Weekend Lockdown News : कहावत है आवश्यकता ही अविष्कार की जननी है। यह कहावत बरेली के व्यापारियों ने चरितार्थ की है। कोरोना संक्रमण के दौर में व्यापार काफी प्रभावित हो चुका है। संक्रमण की रफ्तार थमी तो बाजार खोलने की अनुमति मिली, लेकिन दो दिन का कोरोना कर्फ्यू अभी जारी रहा। ऐसे में व्यापारियों ने एक नया तरीका खोज निकाला है। अपनी दुकानें बंद रख कर कर्फ्यू का समर्थन किया, लेकिन दुकान के बाहर कागज चस्पा कर उसमें अपना मोबाइल नंबर लिख दिया। जिसके साथ लिखा है कि अगर कुछ चाहिए हो तो मोबाइल नंबर से संपर्क करें सामान उपलब्ध करा दिया जाएगा।

बीते साल कोरोना संक्रमण के शुरआत में ही लॉकडाउन लग गया। करीब तीन महीने तक लॉकडाउन रहा और कारोबार बुरी तरह प्रभावित हुआ। किसी तरह संभले तो इस वर्ष भी अप्रैल खत्म होते ही कोरोना कर्फ्यू लगा दिया गया। इससे ठीक सीजन के वक्त इलेक्ट्रानिक्स कारोबार को काफी नुकसान हुआ। करीब सौ करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित हुआ। इसी तरह मोबाइल, लैपटाप आदि गैजेट्स कारोबारियों को भी सौ करोड़ से अधिक का कारोबार प्रभावित रहा। अब सरकार ने कोरोना कर्फ्यू को तो खोल दिया, लेकिन दो दिन की बंदी जारी रखी है।

व्यापारियों को अंदेशा है कि कहीं संक्रमण दोबारा बढ़ा तो फिर बाजार बंद न हो जाएं। इसके चलते उन्होंने इसके लिए इंतजाम किए हैं। दुकान और शोरूम के साथ ही अपनी गोदाम और घरों पर सामान रख रखा है। दुकान बंद होने पर वहां एक कागज में अपना मोबाइल नंबर लिखकर होम डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध होने की बात लिखी है। ग्राहक दुकान पर पहुंचता है और दुकान पर लिखे नंबर पर संपर्क करता है। इसके बाद कारोबारी ग्राहक को अपने घर या गोदाम पर बुलाकर सामान दिखा देते हैं और वहीं सौदा तय हो जाती है। कई लोग पहले से ही मॉडल नंबर देखकर कलर बता देते हैं और कारोबारी सामान घर भेज दे रहे हैं।शहर की अधिकतर इलेक्ट्रानिक्स की दुकान पर इस तरह की सूचनाएं चस्पा है।

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