13 लाख की स्मैक खरीदने पहुंचे चौकी इंचार्ज को तस्करों ने ऐन वक्त पर दिया झटका, हाथ मलते रह गई पुलिस

Smuggling in Bareilly तस्करों को पकड़ने के लिए जाल बुना मगर ऐन वक्त पर पुलिस गच्चा खा गई। डीलर तो हाथ आ गए लेकिन तस्कर फरार हो गए। गिरोह तक पहुंचने के लिए चौकी इंचार्ज ग्राहक बने। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो और फोटो के जरिये सौदा तय हुआ।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Thu, 28 Jan 2021 08:46 AM (IST) Updated:Thu, 28 Jan 2021 08:46 AM (IST)
13 लाख की स्मैक खरीदने पहुंचे चौकी इंचार्ज को तस्करों ने ऐन वक्त पर दिया झटका, हाथ मलते रह गई पुलिस
13 लाख की स्मैक खरीदने पहुंचे चौकी इंचार्ज को तस्करों ने ऐन वक्त पर दिया झटका

बरेली, जेएनएन। Smuggling in Bareilly : तस्करों को पकड़ने के लिए जाल बुना, मगर ऐन वक्त पर पुलिस गच्चा खा गई। डीलर तो हाथ आ गए, लेकिन तस्कर फरार हो गए। गिरोह तक पहुंचने के लिए चौकी इंचार्ज ग्राहक बने। इंटरनेट मीडिया पर वीडियो और फोटो के जरिये सौदा तय हुआ। डिलीवरी के समय तस्करों की चाल को पुलिस समझ नहीं सकी। गुर्गो की कार को आगे किया, वे पकड़ गए। ऐसा होता देख तस्कर खिसक लिए।

दो बिचौलियों का नंबर हाथ लगते ही चौकी इंचार्ज अजय शुक्ला ने उनके जरिये तस्कर पकड़ने की जुगत बनाई। करीब 10 दिन पहले उन्होंने एक नये नंबर से हाफिजगंज निवासी बिचौलिये मोइनुद्दीन से बात की। खुद को तस्कर बताते हुए स्मैक खरीदने की बात कही। चार-पांच बार बातचीत के बाद मोइनुद्दीन ने अजय शुक्ला से 750 ग्राम स्मैक का सौदा 13 लाख में तय किया।

सैंपल देने आया था आरोपित 

ग्राहक बने अजय शुक्ला के कहने पर बीते दिनों मोइनुद्दीन सैंपल के नाम पर दो पुड़िया स्मैक लेकर पहुंचा था। दारोगा ने चेक कराया तो माल असली निकला। सैंपल आने के बाद अजय शुक्ला ने कहा कि 750 ग्राहक स्मैक तुम्हारे पास है भी या नहीं। यदि है तो दिखाओ। इस पर मोइनुद्दीन ने वीडियो काल कर एक कमरे में रखी स्मैक दिखाई। बदले में रुपये दिखाने को कहा गया कि ग्राहक बने दारोगा ने इंटरनेट से नोटों की गड्डियों का फोटो वाट्सएप किया।

पुलिस को गच्चा देकर फरार होने वाला तस्कर कादिर व नाजिम सीबीगंज के बिधौलिया का रहने वाला है। जबकि तीसरा आरोपित फैजान फतेहगंज पश्चिमी का निवासी है। चौथे का नाम मोइनुद्दीन नहीं बता सका। ये चारों मुख्य तस्कर हैं। अभी तक फतेहगंज पश्चिमी में तस्करों का बड़ा नेटवर्क था। अब बिधौलिया से भी तस्करी होने लगी।

कार का मालिक निकला परवेज

पुलिस ने पकड़ी गई लग्जरी कार के बार में पूछा तो पता चला कि वह परवेज की है। स्मैक डीलिंग की रकम से खरीदी।

फरार तस्कर घर छोड़ कर भागे

फरार तस्करों की तलाश में पुलिस ने देर रात तक दबिश दी, मगर कोई हाथ नहीं आया। सभी के घर में सिर्फ महिलाएं मिली। पुलिस ने पकड़े गए बिचौलियों को 10-10 ग्राम स्मैक बरामदगी में जेल भेज दिया। फरार तस्करों के नाम भी मुकदमे में शामिल किए हैं।

हाथ से फिसले 50 मीटर दूर खड़े मुख्य तस्कर 

पुलिस मान रही थी कि मोइनुद्दीन के साथ बैठे दोनों युवक ही मुख्य तस्कर हैं। लेकिन उसके साथ पकड़ा गया बिधौलिया निवासी परवेज व हाफिजगंज निवासी अविनाश भी बिचौलिया ही है। तीनों ने बताया कि मुख्य तस्कर उनकी कार से 50 मीटर पीछे चल रहे थे। घटनाक्रम देखकर फरार हो गए। तस्कर हर बार उनकी कार के पीछे चलकर पूरी डीलिंग को देखते थे। इतना सुनते ही पुलिसकर्मी माथा थामकर बैठ गए।

बिचौलियों को मिलते चार लाख

पूछताछ में बताया कि उन्होंने फरार तस्करों से नौ लाख में 750 ग्राम स्मैक तय की थी। स्मैक को वह 13 लाख में बेचते। जिसमें उन्हें चार लाख का फायदा होता। सौदा होने पर सैंपल दिखाकर तस्करों से स्मैक बुक कर लेते हैं। तीनों ने कई बार डीलिंग कर लाखों कमाए।

दिन में डिलीवरी देने पहुंचे

तय हुआ कि बुधवार दोपहर को किला श्मशान भूमि के पास स्मैक पहुंचाई जाएगी। वहीं कैश दे दिया जाएगा। तय समय पर कार से मोइनुद्दीन व दो युवक पहुंचे। सादा कपड़ों में कार के पास पहुंचे अजय शुक्ला ने पूछा माल ले आए, जवाब आया-कैश कहां हैं। पुलिसकर्मी के इशारा करते ही ने छिपे अन्य पुलिसकर्मियों ने तीनों को पकड़ लिया।

पकड़े गए तीनों युवक स्मैक बेचने और बिकवाने का काम करते हैं तीनों पर मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है। जबकि चार नाम प्रकाश में आए है उनकी तलाश की जा रही है।- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

chat bot
आपका साथी