पुलिस रिमांड में बरेली के तस्कर रिफाकत ने खोले हैरान करने वाले राज, बताया जरी कारोबारी से कैसे बना तस्कर सरगना

सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड में तस्कर रिफाकत ने कई हैरान करने वाले राज उगले। साल 2010 में रिफाकत स्मैक की पुड़िया बेचता था। मुंबई में जरी के काम का नेटवर्क उसने स्मैक तस्करी में लगाया और खुद सरगना बन गया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 08 Dec 2021 05:47 PM (IST) Updated:Wed, 08 Dec 2021 05:47 PM (IST)
पुलिस रिमांड में बरेली के तस्कर रिफाकत ने खोले हैरान करने वाले राज, बताया जरी कारोबारी से कैसे बना तस्कर सरगना
पुलिस रिमांड में बरेली के तस्कर रिफाकत ने खोले हैरान करने वाले राज

बरेली, जेएनएन। सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड में तस्कर रिफाकत ने कई हैरान करने वाले राज उगले। साल 2010 में रिफाकत स्मैक की पुड़िया बेचता था। मुंबई में जरी के काम का नेटवर्क उसने स्मैक तस्करी में लगाया और खुद सरगना बन गया। अंदेशा लगा सकते हैं कि एक दशक में न सिर्फ तस्कर ने करोड़ों रुपये का साम्राज्य खड़ा किया वरन उसके गुर्गे भी करोड़पति बन गए। सात दिन की रिमांड पूरी होने के बाद मंगलवार को उसे फिर से जेल में दाखिल कर दिया गया।

बता दें कि बारादरी पुलिस ने तस्कर रिफाकत को बीते दिनों 254 ग्राम स्मैक के साथ पकड़ा गया था। विवेचक ने तस्कर को रिमांड पर लेने के लिए दस दिन की अर्जी दाखिल की थी। कोर्ट ने सात दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर की। सात दिन में पुलिस तस्कर के उत्तराखंड, बिजनौर, पश्चिमी, बहेड़ी, मीरगंज व अन्य ठिकानों पर लेकर गई। तस्कर की निशानदेही पर उसकी व उसके गुर्गों की करोड़ों रुपये कीमत की कई संपत्तियां चिह्नित की गईं। झारखंड व मणिपुर से उसने स्मैक के लिए कच्चा माल मंगाने की बात बताई।

शान खान, बाबू गौरा, उस्मान का लड़का फैजान उर्फ राजाबाबू को अपना सहयोगी होने के साथ यह भी बताया कि वर्तमान में कौन से नाम बड़े तस्कर पर स्मैक तस्करी कर रहे हैं। मोबाइल खंगालने पर पता चला कि तस्कर अपने कैरियरों से सिर्फ वाट्सएप कालिंग के जरिए ही बात करता है। पुलिस अब सामने आए तस्कर के नए नामों के बारे में जानकारी में जुट गई है। बैंक खाते व संपत्तियों के बारे में भी संबंधित विभागों से जानकारी जुटाई जा रही है। शान खान, बाबू गौरा व फैजान उर्फ राजाबाबू फरार हैं।

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