Bareilly Rubber Factory News : रबर फैक्ट्री कर्मचारियों का 22 साल बाद भी तय नहीं हाे सका पीएफ, करोड़ों बकाया, अफसराें ने किया मंथन
Bareilly Rubber Factory News रबर फैक्ट्री के कर्मचारियों के कर्मचारी भविष्य निधि का मूलधन और ब्याज 22 साल बाद भी तय नहीं हो सका है। सोमवार को प्रशासन वाणिज्य कर विभाग और श्रम विभाग के अधिकारियों ने मंथन किया।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Rubber Factory News : रबर फैक्ट्री के कर्मचारियों के कर्मचारी भविष्य निधि का मूलधन और ब्याज 22 साल बाद भी तय नहीं हो सका है। सोमवार को प्रशासन, वाणिज्य कर विभाग और श्रम विभाग के अधिकारियों ने मंथन किया। तय हुआ कि पहले कर्मचारियों के कर्मचारी भविष्य निधि के मूलधन की सटीक गणना की जाए। फिर ब्याज देखेंगे। इस मामले की सुनवाई सीजेएम की अदालत में भी चल रही है।
कर्मचारी भविष्य निधि के असिस्टेंड कमिश्नर बीएम कांडपाल की ओर 12 फरवरी 2015 को बरेली के सीजेएम कोर्ट मेें रबर फैक्ट्री के निदेशक अजय किलाचंद के खिलाफ शिकायत दाखिल की गई। कर्मचारी भविष्य निधि के उपबंधों के अधीन सिंथेटिक एंड केमिकल्स लिमिटेड के निदेशक अजय किलाचंद की ओर से कर्मचारियों के भविष्य निधि फंड में अगस्त 1998 से नवंबर 1999 तक का फंड जमा नहीं कराया गया। इस मामले में श्रम एवं रोजगार विभाग की ओर से भी अजय किलाचंद के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दी गई। बैठक में बताया गया कि छह साल पहले अदालत में शिकायत दाखिल होने के बाद अजय किलाचंद के लिए समन जारी होते रहे, लेकिन समन तामील नहीं हो पाए।
सवैतनिक अवकाश के आदेश पर बंद हुई थी फैक्ट्री
16 जुलाई 1999 को सवैतनिक अवकाश के आदेश के साथ बंद हुई रबर फैक्ट्री के कर्मचारियों को वेतन और पीएफ लाभ नहीं मिला। प्रबंधन पर करीब 1500 कर्मचारियों के भविष्य निधि का फंड बकाया है।
बाम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई का इंतजार
रबर फैक्ट्री भूमि पर स्वामित्व मामले में मुंबई हाईकोर्ट में शासकीय अधिवक्ता मजबूत पैरवी कर रहे हैं। महाराष्ट्र में कोविड संक्रमण अधिक होने की वजह से फिलहाल सुनवाई का इंतजार है। कोरोना महामारी के चलते कोर्ट की गतिविधियां प्रभावित चल रही हैं। इसकी वजह से सुनवाई के लिए तारीख नहीं मिल सकी थी।