Bareilly Panchayat Chunav News : डीम्ड कॉलेज की असिस्टेंड प्रोफेसर अब करेंगी गांव का विकास, नौकरी छोड़कर जीता क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव

Bareilly Panchayat Chunav News सिविल सेवा की तैयारी कर रही प्रियंका गंगवार गाजियाबाद के डीम्ड कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थी। देश और लाेगों की सेवा का जुनून उनके सिर पर ऐसा चढ़ा कि नौकरी छोड़कर नवाबगंज के गांव पीताम्बरपुर वापस आ गईं।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 03:52 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 03:52 PM (IST)
Bareilly Panchayat Chunav News : डीम्ड कॉलेज की असिस्टेंड प्रोफेसर अब करेंगी गांव का विकास, नौकरी छोड़कर जीता क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव
सिविल सेवा की तैयारी भी कर रही थी.. करनी तो देश और लोगों की सेवा ही है।

बरेली, जेएनएन। Bareilly Panchayat Chunav News : सिविल सेवा की तैयारी कर रही प्रियंका गंगवार गाजियाबाद के डीम्ड कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर थी। देश और लाेगों की सेवा का जुनून उनके सिर पर ऐसा चढ़ा कि नौकरी छोड़कर नवाबगंज के गांव पीताम्बरपुर वापस आ गईं। क्षेत्र पंचायत सदस्य के लिए उन्होंने चुनाव लड़ा और जीता भी। अब वह ब्लॉक प्रमुखी की राह पर आगे बढ़ रही हैं।

प्रियंका गंगवार कहती है कि उनके पिता तेज प्रकाश गंगवार और माता सुमित्रा गंगवार इससे पहले ब्लॉक प्रमुख रहे हैं। उन्होंने नवाबगंज के ही कृष्णा स्कूल से प्रारंभिक पढ़ाई की। बरेली कॉलेज से बीए किया। बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एमए और नेट जेआरएफ करने के बाद गाजियाबाद के शम्भू दयाल पीजी कॉलेज में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर नौकरी शुरू की। साथ में आइएएस की तैयार भी कर रही थी।

उन्होंने बताया कि उनके छोटे भाई शरद गंगवार आइआइटी रुड़की से बीटेक करके गुड़गांव में नौकरी कर रहे, जबकि बड़े भाई सचिन गंगवार बीटेक और एमबीए करने के बाद गांव में नई तकनीकी से खेती को आगे बढ़ा रहे हैं। दो बेटों के होते हुए उन्हें राजनीति करने के लिए परिवार का सपोर्ट कैसे मिला। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि भाइयों की राजनीति रुचि नहीं है। इसलिए पिता ने मुझे ही सपोर्ट किया। भविष्य को लेकर उन्होंने कहा कि मैं छात्राओं की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए काम करना चाहती हूं। गांव की सेवा करने के लिए बीडीसी सदस्य के बाद अब ब्लॉक प्रमुख बनना है।

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