बरेली के कांधरपुर में बैलेट बॉक्स ले जाते समय हुआ बवाल, ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी के समर्थकों ने पुलिस टीम पर किया पथराव

बरेली में मतदान के दौरान जगह-जगह छिटपुट घटनाएं होती रहीं। कैंट के कांधरपुर में मतदान के बाद बैलेट बॉक्स ले जा रही बस काे प्रधान पद प्रत्याशी के समर्थकों ने रोक लिया। समर्थकों ने पुलिस पर दूसरे पक्ष की मदद का आरोप लगाते हुए बस पर पथराव शुरू कर दिया।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Fri, 16 Apr 2021 06:05 AM (IST) Updated:Fri, 16 Apr 2021 06:05 AM (IST)
बरेली के कांधरपुर में बैलेट बॉक्स ले जाते समय हुआ बवाल, ग्राम प्रधान पद के प्रत्याशी के समर्थकों ने पुलिस टीम पर किया पथराव
प्रधान प्रत्याशी के समर्थकों ने सीओ के हमराह सिपाही सूरज की जमकर की पिटाई।

बरेली, जेएनएन। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर पहले चरण में बरेली में हुए मतदान को लेकर जगह-जगह छिटपुट घटनाएं होती रहीं। कैंट के कांधरपुर में मतदान के बाद बैलेट बॉक्स ले जा रही बस काे प्रधान पद प्रत्याशी के समर्थकों ने रोक लिया। सीओ सिटी व कैंट थाने की फोर्स कुछ समझ पाती, इसी बीच समर्थकों ने पुलिस पर दूसरे पक्ष की मदद का आरोप लगाते हुए बस पर पथराव शुरू कर दिया।

टीम जैसे-तैसे स्थिति पर नियंत्रण पाती कि समर्थकों के बीच फंसे सीओ सिटी के हमराह सूरज की जमकर पिटाई कर दी गई। इससे सूरज के सिर में गंभीर चोटें आईं हैं। बवाल के बाद कई थानों की फोर्स मौके पर पहुंची, तब जाकर स्थिति पर काबू पाया जा सका। मामले में कैंट पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में ले लिया है।मामले की जानकारी पर अधिकारी भी ग्रामीण क्षेत्र में दौड़ते रहे।मतदान के दौरान नवाबगंज में जहां पंचायत चुनाव लड़ रहे विधायक केसर सिंह के समधी की पुलिस से झड़प हो गई। आरोप है कि एसआइ ने उनपर रिवाल्वर तान दी। जिसे लेकर हंगामा हुआ तो सीओ और एसडीएम को मोर्चा संभालना पड़ा।

वहीं बिथरी के केसरपुर वार्ड 60 में रात में पैदल बैलेट बॉक्स ले जाने वाले कर्मचारियों को देख ग्रामीणों ने रोककर लापरवाही का आरोप लगा हंगामा शुरू कर दिया।जहां कर्मचारियों की सूचना पर पुलिस पहुंची और लाठीचार्ज कर लोगों को खदेड़ा। इसी तरह क्यारा के ग्राम मंझा में भी फर्जी वोटिंग की शिकायत पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को पुलिस ने लाठी भांज कर खदेड़ा। इस दौरान जगह-जगह छिपपुट मामले चलते रहे। देर शाम मतदान खत्म होने के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली।

अंगुली में स्याही लगी देख दारोगा ने रोका तो विधायक के समधी भिड़े

नवाबगंज के गांव इनयातपुर निवासी धर्मपाल गंगवार विधायक केसर सिंह गंगवार के समधी है। उनकी पत्नी तेजवती गांव से प्रधानी का चुनाव लड़ रही है। गुरुवार शाम गांव के मजरा अधकटा नजराना के प्राथमिक विद्यालय में मतदान के दौरान एक महिला वोट डालने पहुंची। सुरक्षा में तैनात दारोगा ने देखा तो महिला के हाथ में स्याही लगे होने पर दोबारा वोट डालने की बात कहते हुए रोक दिया। जिसके बाद केसर सिंह के समधी धर्मपाल गंगवार फौजी ने विरोध किया तो उनकी पुलिस से झड़प हो गई। प्रत्याशी तेजवती का आरोप है कि दारोगा ने उनके पति पर रिवाल्वर तान दी। जिसके बाद लोगों ने वहां हंगामा काट दिया। इस दौरान मतदान आधा घंटे बाधित रहा। इसके बाद इंस्पेक्टर धनंजय सिंह उन्हें थाने लेकर आए। बाद में सीओ और एसडीएम ने हालात का जायजा लिया।

केसरपुर वार्ड के बैलेट बॉक्स पैदल ले जाने पर हंगाम 

केसरपुर के वार्ड नंबर 60 पर मतदान खत्म हो गया। उसी दौरान मतदान कर्मी दो बैलेट बॉक्स लेकर पैदल ही चल दिए। करीब 200 मीटर पैदल जाने पर लोगों ने उनका पीछा कर आरोप लगाया कि कर्मचारी गड़बड़ी करने के लिए पैदल बैलेट बॉक्स ले जा रहे हैं। हंगामा बढ़ता देख कर्मचारियों ने भुता पुलिस को सूचनाा दी तो वह मौके पर समझाने का प्रयास किया। भीड़ नहीं मानी तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान भगदड़ मचने से बाइक गिर पड़ी तो कुछ लोग चुटहिल हो गए। इसके बाद पुलिस बैलेट बॉक्स थाने लेकर गई तो भीड़ उनके पीछे थाने पहुंची। जहां हंगामा हुआ तो किसी तरह समझाया गया।

क्यारा के मंजा गांव में फर्जी वोटिंग की सूचना पर पुलिस ने भांजी लाठी

वहीं क्यारा ब्लाक के मंजा मतदान बूथ पर दिनभर फर्जी मतदान और नाबालिगों द्वारा वोटिंग की शिकायत पर पुलिस दाैड़ती रही। इस दौरान पुलिस ने भीड़ लगाकर खड़े लोगों को कई बार लाठियां भांजकर खदेडा। जिसके में कुछ लोगों को मामली चोटें भी लग गई।

बैलेट पेपर खत्म होने पर हंगामा, एक घंटे नहीं हुआ मतदान

बिथरीचैनपुर के रजऊ परसपुर गांव के प्राथमिक विद्यायल बूथ नंबर दो पर वार्ड 10,11,12 के वोट पड़ने थे। हालांकि 11 व 12 वार्ड निर्विरोध होने के चलते बैलेट पेपर नहीं आए थे। केवल वार्ड 12 से गुड़िया शर्मा व मामला शर्मा चुनाव लड़ रही थीं। इस वार्ड में 191 वोट थे। इसलिए केवल वार्ड 12 के ही बैलेट पेपर आए। लेकिन पीठासीन अधिकारी राम सिंह नेे गलती से वार्ड 12 के बैलेट पेपर से ही वार्ड 10 व 11 में वोट डलवा दिया। वार्ड बारा में केवल 88 वोट ही पड़ पाए। इसके बाद बैलेट पेपर खत्म हो गए तो लोगों पता चलने पर हंगामा हो गया। मौके पर पहुंचे सेक्टर मिजस्ट्रेट रनवीर सिंह द्वारा कार्रवाई के आश्वासन पर लोग शांत हुए।

पुलिस पर रुपये लेकर प्रत्याशी को मतदान केंद्र में बैठाने का आरोप

फतेहगंज पूर्वी के ग्राम पढेरा में प्रधान पद के प्रत्याशी सचिन गौड़ ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उसने दूसरे प्रधान प्रत्याशी छोटे खां से रुपए लेकर उसको करीब डेढ़ घंटे तक बूथ के अंदर रखा। हमारे एजेंट को वहां से भगा दिया। घटना करीब 6:45 की है जब सिर्फ एक पोलिंग पर ही मतदान हो रहा था। जब सचिन गौड़ द्वारा पुलिस से बात की गई तो पुलिस ने इन्कार कर दिया। इस बात पर प्रधान प्रत्याशी सचिन गौर व उनके समर्थक पुलिस से भिड़ गए और उनके बीच नोकझोक हो गई। प्रधान पद प्रत्याशी द्वारा डीएम,एसडीएम, सीओ व चुनाव अधिकारी से इस बाबत शिकायत कर दी तभी मौके पर फतेहगंज पूर्वी पुलिस पहुंची और वहां जब तक पोलिंग टीम चली नहीं गई तब तक मौजूद रही। क्षेत्राधिकारी फरीदपुर ने बताया कि ऐसी कोई बात नहीं है मौके पर फतेहगंज पूर्वी थाना प्रभारी विजय कुमार मौजूद है।

मतपत्र से चुनाव चिन्ह गायब होने पर हुआ हंगामा

ग्राम भमोरा के बीडीसी वार्ड संख्या 97 में एक प्रत्याशी के मतपत्र से उसका चुनाव चिन्ह गायब होने पर हंगामा हुआ तो मौके पर सेक्टर मजिस्ट्रेट ने पहुंचकर समस्या सुनी लेकिन कोई निदान नहीं हो सका। ग्राम पंचायत सदस्य वार्ड एक से चार तक मे बीडीसी वार्ड नंबर 97 में छह प्रत्याशी मैदान में थे। इसमें 125 मत पड़ भी गए उसके बाद जो मतपत्र दिया गया उसमें पांच चुनाव चिन्ह ही थे छटा चिन्ह कढ़ाई सुलेमान का गायब था। उनके एजेंट अनस को इसका पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत दर्ज कराई। जिस पर सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रदीप कुमार वर्मा ने मौके पर जांच की पता चला कि इसी ग्राम के ग्राम पंचायत सदस्य वार्ड नंबर पांच से 11 में बीडीसी वार्ड संख्या 98 के मत पड़ रहे थे। इसमें पांच प्रत्याशी मैदान में थे। किसी भूल के कारण वार्ड 98 का मतपत्र वार्ड 97 में बांट दिया गया। इतना ही नहीं बाद में 33 वोट पड़ भी गए पता चलने के बाद इसमें सुधार कर लिया गया।

जबरन मोहर लगाने के आरोप पर पुलिस ने दौड़ाया

ग्राम दलपतपुर की वृद्ध महिला लीलावती अपने घर के समीप स्कूल में बने बूथ पर वोट डालने गई वापस लौटने पर उन्होंने आरोप लगाया कि वहां उंगली पर स्याही लगाने वाले कर्मचारी ने उनका मतपत्र लेकर अपनी मर्जी से मोहर लगा दी। इस पर उसके पुत्र आर्येन्द्र व उसकी पत्नी मीना ने विरोध किया तो पुलिस ने उसे दौड़ा लिया। आरोप है कि उन्हें बचाने को दौड़े मुरलीधर को भी पुलिस ने डंडों से पीटा। बाद में पुलिस आर्येन्द्र व मीना को पकड़ कर थाने में ले गई। पीठासीन अधिकारी मुहम्मद अली खान ने बताया कि महिला ने स्वयं ही उससे मोहर लगाने को कहा था कर्मचारी ने अपनी तरफ से कोई प्रयास नहीं किया।

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