Bareilly Nagar Nigam : खराब गुणवत्ता वाले ठेकेदार पर मेहरबान हुआ नगर निगम, महापौर के दखल के बाद भी नहीं हो रही कार्रवाई
सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश के बावजूद अब तक अधिकारियों ने एक्शन नहीं लिया है। महापौर ने सोमवार को मुख्य अभियंता के साथ बैठक कर चर्चा की। खराब गुणवत्ता के काम करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई को कहा।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Nagar Nigam : सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश के बावजूद अब तक अधिकारियों ने एक्शन नहीं लिया है। महापौर ने सोमवार को मुख्य अभियंता के साथ बैठक कर चर्चा की। खराब गुणवत्ता के काम करने वाले ठेकेदारों पर कार्रवाई को कहा।
बीते दिनों कई पार्षदों ने महापौर डा. उमेश गौतम से उनके क्षेत्रों में हो रहे सड़क-नाली के निर्माण में ठेकेदारों द्वारा गुणवत्ता का ध्यान नहीं रखने की शिकायत की थी। इस पर महापौर ने नगर आयुक्त और मुख्य अभियंता को पत्र भेजकर निर्माण कार्यों की जांच कर संबंधित ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए थे। इस बाबत सात पत्र अधिकारियों को भेजे थे। उन्होंने शासन तक मामले की जानकारी से अवगत कराने को कहा था।
महापौर के पत्र के बावजूद अब तक किसी भी ठेकेदार पर कार्रवाई नहीं हुई है। सोमवार दोपहर महापौर ने मुख्य अभियंता बीके सिंह को अपने कार्यालय में बुलाकर इस संबंध में विस्तृत वार्ता की। कार्रवाई के डर से तमाम ठेकेदार भी महापौर से आकर मिले। महापौर ने उनसे काम मानक के अनुसार और गुणवत्ता युक्त करने को कहा। महापौर ने बताया कि सड़कों के निर्माण में गुणवत्ता का ध्यान नहीं देने वाले ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इस संबंध में मुख्य अभियंता के साथ बैठक करके निर्देश दिए गए हैं। ठेकेदारों ने भी अपनी बात रखी है।
शिकायत करने वाले पार्षद ने ठेकेदार के पक्ष में दिया पत्र
वार्ड 60 शाहदाना के पार्षद रूप किशोर लोधी ने अपने वार्ड में हो रहे एक निर्माण की घटिया क्वालिटी होने का आरोप लगाते हुए महापौर से शिकायत की थी। उनकी शिकायतबरे पर महापौर ने मुख्य अभियंता को पत्र लिखकर घटिया काम करने वाले ठेकेदार को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए थे। सोमवार को पार्षद ठेकेदार के पक्ष में कार्य शुरू होने का पत्र लेकर महापौर के सामने आ गए। इस पर महापौर झिल्ला गए। उन्होंने कहा कि अगर काम पूरा नहीं हुआ तो फिर ठेकेदार का पक्ष क्यों ले रहे हो।