Bareilly Lohia Vahini News : बरेली में हिस्ट्रीशीटर को लोहिया वाहिनी का महानगर अध्यक्ष बनाकर फंसी सपा, भाजपा जिलाध्यक्ष बोले- तब वह मुस्लिम नहीं थे क्या

Bareilly Lohia Vahini News समाजवादी पार्टी की नई कार्यकारिणी में लोहिया वाहिनी में महानगर अध्यक्ष शहर के अपराधी लकी शाह को बनाए जाने के बाद महानगर इकाई घिर गई। प्रेमनगर थाने के हिस्ट्रीशीटर का नाम प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचाने वाले नेताओं की पूछ परख शुरू हो चुकी है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 19 Jul 2021 07:28 AM (IST) Updated:Mon, 19 Jul 2021 07:28 AM (IST)
Bareilly Lohia Vahini News : बरेली में हिस्ट्रीशीटर को लोहिया वाहिनी का महानगर अध्यक्ष बनाकर फंसी सपा, भाजपा जिलाध्यक्ष बोले- तब वह मुस्लिम नहीं थे क्या
Bareilly Lohia Vahini News : बरेली में हिस्ट्रीशीटर को लोहिया वाहिनी का महानगर अध्यक्ष बनाकर फंसी सपा,

बरेली, जेएनएन। Bareilly Lohia Vahini News : समाजवादी पार्टी की नई कार्यकारिणी में लोहिया वाहिनी में महानगर अध्यक्ष शहर के अपराधी लकी शाह को बनाए जाने के बाद महानगर इकाई घिर गई। प्रेमनगर थाने के हिस्ट्रीशीटर का नाम प्रदेश अध्यक्ष तक पहुंचाने वाले नेताओं की पूछ परख शुरू हो चुकी है। अमूमन लखनऊ हाइकमान तक पैनल जिलों से तय होकर पहुंचते हैं। अब किरकिरी शुरू हुई तो महानगर इकाई के अध्यक्ष शमीम सुल्तानी ने पल्ला झाड़ लिया। उनका कहना है कि तीन महीने पहले प्रदेश अध्यक्ष रामकरन निर्मल के बरेली दौरे के वक्त ही सिफारिशें लगी थी। लकी शाह का नाम भी उसमें शामिल रहा होगा। उनकी तरफ से पैनल लिस्ट नहीं भेजी गई।

वहीं एक दिन पहले लोहिया वाहिनी के प्रदेश अध्यक्ष रामकरन निर्मल के बयान पर सियासी तीरअंदाजी शुरू हो चुकी है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि वह (लकी) मुस्लिम हैं, भाजपा के इशारे पर लकी के खिलाफ मुकदमे हुए थे। भाजपा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा ने कहा कि लकी पर पहला मुकदमा 15 मार्च 2005 में प्रेमनगर थाने में हिंदू मंदिरों में तोड़फोड़ और मूर्ति खंडित करने के लिए हुआ था। रासुका तक लगी। प्रदेश में सपा की सरकार थी। तब क्या वो मुस्लिम नहीं थे। अपनी पार्टी और अपने मुखिया का इतिहास पढ़ने की जरूरत है।

2010 में भी लकी शाह पर गुंडा एक्ट में थाना प्रेमनगर में मुकदमा दर्ज किया गया था। उस समय भी उत्तर प्रदेश में भाजपा की सरकार नहीं थी। उन्होंने सपा के महानगर अध्यक्ष शमीम खा सुल्तानी पर भी झूठी बयानबाजी करने के आरोप लगाए। लकी शाह ने उस समय पार्षदी का चुनाव सपा से बागी बनकर निर्दलीय लड़ा था। निकाय चुनाव में सपा से उम्मीदवार अब्दुल कयूम मुन्ना था। महानगर अध्यक्ष के अनुसार लकी शाह की विपक्षी तो समाजवादी पार्टी हुई। समाजवादी पार्टी के नेता गलत बयानबाजी कर अपनी राजनीति चमका रहे है और कुछ नही।

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