बरेली जिला अस्पताल के फुट ओवरब्रिज का काम रुका, जानें क्या रही काम रोकने की वजह
Bareilly district hospital foot overbridge जिला अस्पताल के दो हिस्सों को जोड़कर मरीजों को लाभ देने को बनाया जा रहा फुट ओवरब्रिज का निर्माण रुक गया है। कार्यदायी संस्था 11 महीने में सिर्फ बुनियाद ही खोद पाई है। नक्शा बदलने के कारण अधूरे काम ने अव्यवस्थाएं बढ़ा दी हैं।
बरेली, जेएनएन। Bareilly district hospital foot overbridge : जिला अस्पताल के दो हिस्सों को जोड़कर मरीजों को लाभ देने को बनाया जा रहा फुट ओवरब्रिज का निर्माण रुक गया है। कार्यदायी संस्था 11 महीने में सिर्फ बुनियाद ही खोद पाई है। नक्शा बदलने के कारण अधूरे काम ने अव्यवस्थाएं बढ़ा दी हैं। मंडल भर को इलाज की सुविधा देने वाला जिला चिकित्सालय हो हिस्सों में बंटा हुआ है। एक ओर प्रशासनिक भवन, ओपीडी, इमरजेंसी और दूसरी ओर तमाम वार्ड हैं। ऐसे में मरीजों को वार्डों तक शिफ्ट करने में दिक्कत होती है।
मरीजों को सड़क के बीच से होकर जाना पड़ता है। वहां अत्याधिक वाहनों के चलते हर वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है। समस्या समाधान के लिए पिछले साल स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जिला अस्पताल के दो हिस्सों को जोड़ने के लिए फुट ओवरब्रिज की मंजूरी मिली थी। इसके निर्माण के लिए करीब 2.90 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। कानपुर की एमएचपीएल कंपनी को ठेका दिया गया। कार्यदायी संस्था 11 महीने में फुट ओवरब्रिज के लिए सिर्फ बुनियाद ही खोद पाई है। अचानक फाउंडेशन का डिजाइन बदला जा रहा है। इस कारण निर्माण में देरी हो रही है।बरेली स्मार्ट सिटी कंपनी के सीईओ अभिषेक आनंद ने बताया कि फुट ओवरब्रिज के निर्माण में फाउंडेशन का डिजाइन बदला गया है। इस कारण कुछ देर हुई है। कार्यदायी संस्था से हफ्ते भर में निर्माण कार्य शुरू करने को कहा गया है।
आइवीआरआइ में बच्चों ने पेंटिंग में बिखेरे जिंदगी के रंग : आजादी का अमृत महोत्सव के तहत कृषि और पर्यावरण नागरिक चेहरे विषय पर आइवीआरआइ, इज्जतनगर में छात्रों के लिए शुक्रवार को एक कला और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न कक्षाओं के कुल 52 छात्रों ने भाग लिया। प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में चार टीमें बनाईं गई थी। प्रत्येक टीम में दो लड़के और दो लड़कियां शामिल रही। इस अवसर पर डा. नीरज बाबू, प्रधानाचार्य केवी आइवीआरआइ विद्यालय, डा. एसके साहा, डा.रूपसी तिवारी, डा. हिमानी, डा.अशोक कुमार प्रमुख रूप से मौजूद रहे। प्रतियोगिताओं के विजेता छात्रों को आइवीआरआइ के वार्षिक दिवस पर पुरस्कार दिया जाएगा।