Bareilly Crime : बरेली में हाईवे पर दारोगा बन वसूली कर रहा था सेवानिवृत्त फौजी, हाेमगार्ड ने दिखा दी होशियारी, जानिए फिर क्या हुआ

Bareilly Crime सेवानिवृत्त फौजी दारोगा बन हाईवे पर चेकिंग के नाम पर वसूली करते पकड़ा गया है। हाेमगार्ड की समझदारी से आरोपित की पोल खुल गई और वह पकड़ा गया। आरोपित के पास से रक्षा मंत्रालय की प्लेट सेना का फर्जी अधिकार पत्र लाइसेंसी पिस्टल बरामद की है।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Wed, 23 Jun 2021 11:21 AM (IST) Updated:Wed, 23 Jun 2021 11:21 AM (IST)
Bareilly Crime : बरेली में हाईवे पर दारोगा बन वसूली कर रहा था सेवानिवृत्त फौजी, हाेमगार्ड ने दिखा दी होशियारी, जानिए फिर क्या हुआ
Bareilly Crime : बरेली में हाईवे पर दारोगा बन वसूली कर रहा था सेवानिवृत्त फौजी

बरेली, जेएनएन। Bareilly Crime : सेवानिवृत्त फौजी दारोगा बन हाईवे पर चेकिंग के नाम पर वसूली करते पकड़ा गया है। हाेमगार्ड की समझदारी से आरोपित की पोल खुल गई और वह पकड़ लिया गया। आरोपित के पास से रक्षा मंत्रालय की प्लेट, सेना का फर्जी अधिकार पत्र, लाइसेंसी पिस्टल, नीली बत्ती लगी कार बरामद की गई है। आरोपित के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर बिथरी चैनुपर पुलिस ने तीन अन्य को भी हिरासत में लिया है।

आरोपित लाखन सिंह मूलरूप से अलीगढ़ में अतरौली तहसील के पाली मुकीमपुर थानाक्षेत्र स्थित बनूपुरा गांव का रहने वाला है। वर्ष 2014 से वह परिवार के साथ बरेली के सनराइज कालोनी फेज टू में रह रहा था। बीते कई दिन से वह बिथरी चैनपुर क्षेत्र में मास्क चेकिंग के नाम पर दुकानदारों व आस-पास के लोगों से वसूली कर रहा था। इसकी शिकायत थाने तक पहुंची। मंगलवार को थाने का ही होमगार्ड राजीव बगैर वर्दी के गुजर रहा था तभी लाखन सिंह रामगंगा नगर चौकी के आगे डोरा रोड पर चेकिंग लगाए हुए था। लाखन सिंह पुलिस का चिह्न लगी गाड़ी पर नीली बत्ती लगाए हुये थे।

उसने होमगार्ड राजीव को मास्क न पहनने पर रोका। चालान काटने की बात कही। चालान न कराने के एवज में पांच सौ रुपये की मांग की। राजीव को फर्जीवाड़े का शक हुआ। उसने मामले की जानकारी राम गंगानगर चौकी इंचार्ज कुमरेश त्यागी को दी। थाने तक सूचना पहुंची। इंस्पेक्टर मनोज त्यागी टीम के साथ पहुंचे तो वह फोर्स को देख भागने की कोशिश करने लगा लेकिन, टीम ने उसे पकड़ लिया। आरोपित को हिरासत में लेकर पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। तीन अन्य युवकों को भी हिरासत में लिया गया है।

चोरी की है गाड़ी, एक लाख में थी खरीदी...लगाए था फर्जी नंबर प्लेट

लाखन सिंह के पास से जो कार बरामद की गई है वह चोरी की है। वर्ष 2017 में नोएडा के डासना से गाड़ी चोरी हुई थी। गाड़ी में लाखन ने जो नंबर प्लेट लगा रखी थी वह एक बाइक का नंबर था। गाड़ी का मूल नंबर यूपी 13 एडब्ल्यू 3786 निकला। यह गाड़ी वर्तमान में एक फाइनेंस कंपनी के नाम हैं। फाइनेंस कंपनी गाड़ी की सेकेंड आनर है।

31 मार्च वर्ष 2017 में गाड़ी खरीदी गई थी लेकिन, किस्त जमा न होने के चलते फाइनेंस कंपनी ने गाड़ी खींच ली थी। इसी के बाद गाड़ी चोरी हो गई। आरोपित ने जिससे यह गाड़ी खरीदी थी उससे दो लाख रुपये में सौदा हुआ था लेकिन, बाद में एक लाख रुपये में ही बात बन गई।

वर्ष 2014 में सेना से हुआ था सेवानिवृत्त, रखता है लाइसेंसी पिस्टल

लाखन सिंह वर्ष 2014 में सेना में हवलदार पद से सेवानिवृत्त हुआ था। सेवानिवृत्त होने के बाद से उसने अपना नया ठिकाना बरेली बनाया। यहां वह परिवार के साथ रहता था। आशंका है कि जब से वह बरेली शिफ्ट हुआ तब से ही दारेागा बन वसूली के काम में जुटा है। पूछताछ में अन्य नाम भी सामने आए हैं जिनकी मदद से वह दिन के साथ-साथ हाईवे पर रात में चेकिंग लगाता और वसूली करता। आरेपित के पास खुद की लाइसेंसी पिस्टल भी है।

 टोकने पर दिखाता था सेना का अधिकार पत्र...पुलिस के हुलिए को करता था कापी

किसी को कोई शक न हो, इसके लिए लाखन सिंह पूर्ण रूप से पुलिस के हुलिए में रहता था। सादे में ही वह चेकिंग करता। पुलिस का लोगो लगा मास्क पहनता, ब्राउन जूते और पैंट पहनता। कोई टोकता तो उसे रौब में ले लेता। उसके पास से सेना का फर्जी अधिकार पत्र भी मिला है जिसके जरिए वह दिखाता था कि उसकी गाड़ी सेना से अटैच है। साथ ही रक्षा मंत्रालय का नेम प्लेट भी गाड़ी में लगाकर चलाता।

आपदा को बना लिया अवसर...हाईवे पर आसपास के जनपदों में थी करता था वसूली

लाखन सिंह बेहद ही शातिर निकला। उसे पता था कि कोरोना कर्फ्यू के तहत मास्क न पहनने और बेवजह घर से निकलने पर ही पुलिस कार्रवाई कर रही है। लिहाजा, उसने इसे ही हथियार बनाया। जहां-जहां वह चेकिंग करता। केवल मास्क चेक करता और कोरोना कफ्र्यू के बाद भी निकलने का कारण पूछता। इसी के बाद कार्रवाई के नाम पर वसूली करता। पुलिस को आशंका है कि आरोपित हाईवे पर वसूली करने वाले गैंग का मुखिया है। तीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आस-पास के जनपदों में भी वह गैंग के साथ वसूली करता।

फर्जी दारोगा बन वसूली करने वाले आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसके खिलाफ मुकदमा भी पंजीकृत कर लिया गया है। तीन अन्य को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

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