Bareilly Crematorium News : बरेली के श्मशान में जगह नहीं मिली तो पार्किंग क्षेत्र में चिता तैयार करके किया अंतिम संस्कार
Bareilly Crematorium News शहर की तीनों ही श्मशान भूमि में कोविड काल में हर रोज की अपेक्षा कम शव पहुंचे तो व्यवस्थापकों ने राहत की सांस ली।दाह संस्कार करने वाले कर्मियों को भी आराम करने समय मिला। इसके बाद भी श्मशान में चिता के लिए जमीन कम पड़ गई।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Crematorium News : शहर की तीनों ही श्मशान भूमि में कोविड काल में हर रोज की अपेक्षा कम शव पहुंचे तो व्यवस्थापकों ने राहत की सांस ली।वहीं दाह संस्कार करने वाले कर्मियों को भी आराम करने समय मिला। श्मशान में संस्कार से संबंधित काम करने वाले कर्मचारियों ने कहा कि पूरे एक महीने बाद कुछ समय बैठकर आराम करने का समय मिला है। बता दें कि सोमवार को शहर के तीनों ही श्मशान घाट में 77 शवों का अंतिम संस्कार हुआ।हालांकि इसके बाद भी श्मशान में चिता के लिए जमीन कम पड़ गई।ऐसे में परिवार वालों ने पार्किंग क्षेत्र में ही चिता सजाई और अंतिम संस्कार किया।
सिटी श्मशान भूमि दस कोविड और 26 सामान्य शवों का संस्कार किया गया। संजयनगर श्मशान भूमि में 39 शवों की अंत्येष्टि की गई, जिसमें से नौ शवों का अंतिम संस्कार कोविड प्रोटोकॉल से किया गया। वहीं गुलाबबाड़ी श्मशान भूमि चार शव पहुंचे। जिसमें से दो शवों की अंत्येष्टि कोविड प्रोटोकॉल से हुई। व्यवस्थापकों का कहना है कि शवों के आंकड़े में हुई कमी से राहत तो है मगर कोविड शव की अंत्येष्टि हो जाने के लंबे समय बाद भी स्वजन अस्थियां लेने नहीं आ रहे हैं।
वहीं सामान्य शव के साथ आये स्वजन दूसरे तीसरे फूल ले जा रहे हैं।नगर निगम व श्मशान भूमि कमेटी के पदाधिकारियों की ओर से भले ही श्मशान में हर इंतजाम में दावे क्यों न किये जा रहे हों। लेकिन, यहां शवों के साथ हो रही दुर्गति हर पोल खोल रही है। सोमवार को भी सिटी श्मशान भूमि में जब शव को रखने के लिए जगह न मिली तो बेबस स्वजनों ने पार्किंग के पास ही चिता तैयार कर अंतिम संस्कार किया।