Bareilly Coronavirus Infection News : बरेली में टूटा कोरोना संक्रमण का रिकार्ड, 203 लोग पाए गए कोरोना पॉजिटिव

Bareilly Coronavirus Infection News एक तरफ इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में क्रिकेटर बड़े-बड़े शॉट लगा रहे थे। वहीं जिले में लोगों की बेपरवाही का फायदा उठाकर कोरोना वायरस अपने पांव पसार रहा था। शनिवार रात रिपोर्ट आने तक 203 लोग संक्रमित पाए गए।

By Samanvay PandeyEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 06:37 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 06:37 AM (IST)
Bareilly Coronavirus Infection News : बरेली में टूटा कोरोना संक्रमण का रिकार्ड, 203 लोग पाए गए कोरोना पॉजिटिव
10 अगस्त के बाद 200 के पार पहुंचा आंकड़ा, मास्क न लगाना, शारीरिक दूरी का पालन न करने का खामियाजा।

बरेली, जेएनएन।Bareilly Coronavirus Infection News : एक तरफ इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) में क्रिकेटर बड़े-बड़े शॉट लगा रहे थे। वहीं, जिले में लोगों की बेपरवाही का फायदा उठाकर कोरोना वायरस अपने पांव पसार रहा था। शनिवार रात रिपोर्ट आने तक 203 लोग संक्रमित पाए गए। इतनी बड़ी तादाद में अंतिम बार 10 अगस्त, 2020 को 200 संक्रमित मिले थे। विशेषज्ञ बताते हैं कि कोविड गाइडलाइन का पालन न करने की वजह से संक्रमितों की संख्या तेजी से बढ़ी है। शनिवार को कोविड अस्पताल लगभग फुल हो गया। वहीं, निजी कोविड अस्पतालों में भी मरीज भर्ती करने की प्रक्रिया शुरू हुई। शनिवार को 3220 सैंपलों की जांच हुई। इनमें 1638 एंटीजन टेस्ट हुए। वहीं, आठ संक्रिमत ठीक होकर डिस्चार्ज हुए।

कोविड गाइडलाइन पालन में हम बेपरवाह

विशेषज्ञों के मुताबिक वैक्सीनेशन के बावजूद कोरोना संक्रमण का असर तेजी से बढ़ रहा है। इसकी वजह है, लापरवाही। एक तरफ त्योहारी सीजन में चंद दिन बाकी हैं। बाजार में भीड़ है। लोग बिना मास्क के और बिना शारीरिक दूरी का पालन करते दिख रहे हैैं।

स्वास्थ्य विभाग की ट्रेङ्क्षसग में भी कमी

स्वास्थ्य विभाग भी संक्रमितों की जांच करने के बाद उन्हें सही समय पर अस्पताल में भर्ती करने या होम आइसोलेट करने में नाकाम रहा है। यही नहीं, कंटेनमेंट जोन बनाने के बावजूद संक्रमितों की निगरानी बनाई गई समितियां नहीं कर रही हैं। रैपिड रेस्पांस टीम भी अपने मकसद में पूरी तरह कामयाब होती नहीं दिख रही।

परिवारों पर संक्रमण का सीधा निशाना

घर के सदस्यों में मास्क या शारीरिक दूरी का पालन वैसे भी कठिन होता है। ऐसे में जरूरी है कि बाहर निकलते समय कोविड गाइडलाइन का पालन करें। लेकिन ऐसा हुआ नहीं। संक्रमितों के शनिवार को आए आंकड़े पर नजर डालें तो 15 परिवार पॉजिटिव हैं। इनमें कुछ परिवार में दो लोग हैं। वहीं, कुछ में तीन से लेकर पांच लोग भी कोरोना संक्रमित हुए हैं।

स्वास्थ्यकर्मी भी तेजी से आ रहे चपेट में

आम आदमी ही नहीं, कोरोना संक्रमण की चपेट में स्वास्थ्यकर्मी भी तेजी से आ रहे हैं। इनमें कोविड ड्यूटी स्टाफ के अलावा वो स्वास्थ्यकर्मी भी हैं, जो नॉन कोविड ड्यूटी में तैनात रहे। कुछ दिन पहले सरकारी व निजी अस्पतालों को डॉक्टर व अन्य स्वास्थ्यकर्मी कोरोना संक्रमित मिल चुके हैं। वहीं, शनिवार को आई रिपोर्ट में भी कुछ स्वास्थ्यकर्मी चपेट में आए। इनमें से सरकारी अस्पताल में कार्यरत हैं, वहीं कुछ निजी अस्पतालों के कर्मचारी भी पॉजिटिव मिले हैं।

सुरक्षा के पंच से ही बचाव

कोविड का इलाज करने की अभी तक दवाई नहीं बनी है। ऐसे में सुरक्षा का पंच यानी पांच मानक अपनाकर कोविड संक्रमण को टाल सकते हैं। पहला है वैक्सीनेशन। इसके जरिए कोरोना संक्रमण के खिलाफ रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है। हालांकि इसमें भी समय लगता है। किस शख्स में कितने समय में इम्युन सिस्टम कितना मजबूत हुआ है, इसके आंकड़े भी अलग-अलग हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक वैक्सीनेशन से बढऩे वाली इम्युनिटी से कोरोना संक्रमण का असर काफी कम हो जाता है। इसके अलावा चार अन्य बुनियादी मानक जैसे मास्क लगाना, दो गज की दूरी बनाए रखना, चेहरा खासकर मुंह व नाक छूने से बचना व समय-समय पर हाथ धोना जरूरी है।

डीएम बोले- 847 बेड हैं हमारे पास

डीएम नितीश कुमार के मुताबिक कोविड अस्पतालों में 847 बेड मौजूद है। कहींं बेड की किल्लत नहीं है।  जरूरत पड़ी तो निजी अस्पतालों और चिकित्सीय सुविधाओं का अधिग्रहण भी कर लिया जाएगा। सैंपल बढ़ाए गए है, जांच रिपोर्ट 24 घंटे में उपलब्ध कराई जा रही है।

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