Lucknow Highway : लखनऊ हाइवे पर होने वाले हादसों को देख आगे आए बरेली कमिश्नर, रेलवे अफसरों को लिखा पत्र, बताई जल्द पुल निर्माण की जरूरत

लखनऊ हाईवे स्थित हुलासनगरा क्रासिंग पर लगने वाले जाम और हादसों के देखते हुए ओवरब्रिज के जल्द निर्माण को कमिश्नर आर रमेश कुमार आगे आए हैं। उन्होंने उत्तर रेलवे के अधिकारी को पत्र भेजकर जल्द पुल के निर्माण की जरूरत बताया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Mon, 20 Sep 2021 12:55 PM (IST) Updated:Mon, 20 Sep 2021 12:55 PM (IST)
Lucknow Highway : लखनऊ हाइवे पर होने वाले हादसों को देख आगे आए बरेली कमिश्नर, रेलवे अफसरों को लिखा पत्र, बताई जल्द पुल निर्माण की जरूरत
Lucknow Highway : लखनऊ हाइवे पर होने वाले हादसों को देख आगे आए बरेली कमिश्नर

बरेली, जेएनएन। Lucknow Highway: लखनऊ हाईवे स्थित हुलासनगरा क्रासिंग पर लगने वाले जाम और हादसों के देखते हुए ओवरब्रिज के जल्द निर्माण को कमिश्नर आर रमेश कुमार आगे आए हैं। उन्होंने उत्तर रेलवे के अधिकारी को पत्र भेजकर जल्द पुल के निर्माण की जरूरत बताया। एनएचएआइ द्वारा बिछाए जाने वाले गर्डर की अप्रूवल कराने के साथ ही सीनियर अधिकारी तैनात करने को कहा है।

बड़ौदा हाउस, नई दिल्ली स्थित उत्तर रेलवे के मुख्यालय के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल को भेजे पत्र में मंडलायुक्त ने पूरी स्थिति को बताया है। उन्होंने लिखा है कि हुलासनगरा क्रासिंग सबसे व्यस्त सड़क और रेलवे क्रासिंग है। वहां घंटों जाम की स्थिति रहती है। अत्याधिक ट्रैफिक होने और बार-बार रेलवे क्रासिंग बंद होने से वहां कई हादसे होते हैं। उन्होंने अप्रैल में ट्रेन और वाहन के बीच हुई टक्कर में पांच लोगों के जान गंवाने की भी जानकारी दी। बताया कि रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण लंबे समय से लंबित है।

अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) ने ओवरब्रिज निर्माण के लिए अलग टेंडर किया है। रेलवे लाइन के ऊपर पुल बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले पुरानी कंपनी के गर्डर रेलवे के अधिकारी फेल कर चुके हैं। इस कारण एनएचएआइ नए गर्डर तैयार करवा रहा है। इसके लिए एनएचएआइ ने कई अप्रूवल मांगे हैं, लेकिन रेलवे अफसरों की ओर से अप्रूवल नहीं मिलने से कार्य लटक रहा है। बोले, सुगम व सुरक्षित यात्रा के लिए पुल का निर्माण बेहद जरूरी है। राज्य सरकार भी पुल निर्माण जल्दी पूरा कराने को कह रही है।

उन्होंने लिखा कि आपके स्तर से पुल निर्माण की मानीटरिंग किए जाने की जरूरत है। सीनियर अधिकारियों की टीम एनएचएआइ अफसरों के अप्रूवल को देने के लिए रखी जाए। इसके साथ ही एक सीनियर रेलवे अधिकारी को तैनात किया जाए, जो मेरे (मंडलायुक्त) द्वारा पुल निर्माण की प्रगति की मानिटरिंग करने के लिए हर माह होने वाली मीटिंग में शामिल हों।

फरवरी तक पुल पर वाहन निकालने का दावा 

एनएचएआइ ने आरओबी (रेलवे ओवरब्रिज) का निर्माण करने के लिए गाजियाबाद की पीआरएल कंपनी को काम किया है। वहां क्रासिंग के दोनों ओर से सर्विस रोड, आरई वाल समेत पुल की कई छतों का निर्माण पूरा भी कर लिया गया है। बीच के रेलवे लाइन वाले हिस्से पर स्टील गर्डर डाले जाने हैं। गर्डर तैयार करने के लिए अभी तक रेलवे अफसरों ने अनुमति नहीं दी है। अनुमति मिलने के बाद फरवरी 2022 तक पुल पर वाहन निकालने का दावा एनएचएआइ के अधिकारी कर रहे हैं।

आरओबी पर रखने वाले स्टील गर्डर तैयार कराने के लिए रेलवे अफसरों की अनुमति नहीं मिल पाई है। अप्रूवल अगर समय से मिल जाता है तो फरवरी तक पुल तैयार कर वहां से वाहन निकाल दिए जाएंगे। अमित रंजन चित्रांशी, परियोजना निदेशक, एनएचएआइ

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