बरेली के शातिर बंटी और बबली ने कोरोना काल में की थी वर्क फ्राम होम के नाम पर ठगी, दिल्ली में बना रखा था हेड ऑफिस

Bareilly Bunty Babli Case महाराष्ट्र व तेलंगाना में डाटा एंट्री के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करन वाले बंटी-बबली भाई बहन ने फर्जी कंपनी का हेड आफिस दिल्ली बना रखा था। हेड आफिस से ही महाराष्ट्र तेलंगाना समेत देश के अन्य शहरों में ब्रांच आफिस खोल रखे थे।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sat, 24 Jul 2021 03:38 PM (IST) Updated:Sat, 24 Jul 2021 03:38 PM (IST)
बरेली के शातिर बंटी और बबली ने कोरोना काल में की थी वर्क फ्राम होम के नाम पर ठगी, दिल्ली में बना रखा था हेड ऑफिस
बरेली के शातिर बंटी और बबली ने कोरोना काल में की थी वर्क फ्राम होम के नाम पर ठगी,

बरेली, जेएनएन। Bareilly Bunty Babli Case : महाराष्ट्र व तेलंगाना में डाटा एंट्री के नाम पर करोड़ों रुपये की ठगी करन वाले बंटी-बबली भाई बहन ने फर्जी कंपनी का हेड आफिस दिल्ली बना रखा था। हेड आफिस से ही महाराष्ट्र, तेलंगाना समेत देश के अन्य शहरों में भी आरोपितों ने कंपनी का ब्रांच आफिस भी खोल रखा था। काम के लिए ब्रांच आफिस सीधे दिल्ली फोन कर आरोपितों से बातचीत कराता। इसी पर लोगों कंपनी के जालसाज होने का बिल्कुल भी अंदेशा न हुआ और आरोपितों ने करोड़ों रुपये की ठगी कर डाली। दिल्ली हेड आफिस में ठग ने 12 कर्मचारी नियुक्त कर रखे थे।

महाराष्ट्र पुलिस ने भोजीपुरा पुलिस की मदद से गुरुवार को जब दोनों आरोपितों को गिरफ्तार किया था। तब दोनों की हकीकत सामने आई थी। भोजीपुरा के गांव पड़री निवासी आरोपित अनिल गंगवार व उसकी बहन प्रीति गंगवार निवासी बसंत बिहार इज्जतनगर ने महाराष्ट्र के बुलडाणा जनपद के थानाक्षेत्र मेहकर क्षेत्र में डाटा एंट्री के नाम पर एक करोड़ 27 लाख 57 हजार रुपये की ठगी की। अनिल ने ठगी की कहानी के बारे में बताते हुए कहा कि उनकी कंपनी लोगों को उनके जरूरत के हिसाब से डाटा मुहैया कराती थी।

कोरोना काल में वर्कफ्राम होम शुरू हो गया। वर्कफ्राम के शुरू होते ही डाटा एंट्री आपरेटर की डिमांड की बात सामने आई तो आरोपितों ने अपनी फर्जी कंपनी के जरिए डाटा एंट्री आपरेटर की जानकारी साझा की। इसी के बाद लोगों ने उसकी कंपनी से काम के लिए संपर्क किया। काम दिलाने के बहाने आरोपित ने नौ लाख 72 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिये। बाद में जब काम नहीं हुआ तो आरोपितों के खिलाफ शिकायत हुई और रिपोर्ट दर्ज हुई। तफ्तीश में करोड़ों की ठगी की बात सामने आई।

दोनों के खिलाफ महाराष्ट्र में मुकदमा दर्ज है। पूरे मामले की विवेचना महाराष्ट्र पुलिस कर रही है। मामले में बरेली पुलिस महाराष्ट्र पुलिस का पूरा सहयोग कर रही है। - राजकुमार अग्रवाल, एसपी देहात

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