Bareilly Bunty Babli Case : बरेली के बंटी बबली की बात सुनकर चौंके पुलिस अफसर, बोले- दस लाख बांटते थे कर्मचारियों को तनख्वाह
Bareilly Bunty Babli Case बरेली के बंटी बबली की बात सुनकर पुलिस अफसर भी चौंक गए। करोड़ों की ठगी करने वाले बंटी बबली ने जब राज उगलना शुरु किया तो पुलिस अफसर एक दूसरे के चेहरे देखने लगे।
बरेली, जेएनएन। Bareilly Bunty Babli Case : बरेली के बंटी बबली की बात सुनकर पुलिस अफसर भी चौंक गए। करोड़ों की ठगी करने वाले बंटी बबली ने जब राज उगलना शुरु किया तो पुलिस अफसर एक दूसरे के चेहरे देखने लगे। दिल्ली में हेड ऑफिस और देश के कई शहरों में ब्रांच ऑफिस खोल कर ठगी करने वाले बंटी बबली के अनुसार वह दस लाख रुपए कर्मचारियों को तनख्वाह बांटते थे।
आरोपित अनिल व उसकी बहन प्रीति गंगवार ने ठगी का काम बड़े स्तर पर फैला रखा था। अंदाजा लगा सकते है कि हेड आफिस में 12 कर्मचारी के साथ ब्रांच आफिस में भी चार-चार लोगों की टीम बैठती थी। इन कर्मचारियों पर हर माह दोनों करीब दस लाख रुपये वेतन पर खर्च करते थे। पूछताछ में आरोपित अनिल ने बताया कि कर्मचारियों को तनख्वाह बाटने के बाद भी कम से एक लाख रुपये प्रतिमाह बच जाता था। बताया कि वर्ष 2017 दिसंबर में उसने कंपनी खड़ी की थी।
इंस्पेक्टर पर रौब गांठने के लिए फोन कर फंसे भाई बहन
ठग भाई-बहन के पकड़े जाने के पीछे की हैरान करने वाली बात सामने आई। रविवार को आरोपित अनिल गंगवार ने इंस्पेक्टर भोजीपुरा के पास फोन किया। कहा कि क्षेत्र में शराब तस्करी बढ़ती जा रही है। कोई कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही। वह यही नहीं रुका। इंस्पेक्टर कुछ बोल पाते, इससे ही पहले फिर बोला कि कार्रवाई कीजिए नहीं तो मीडिया को बुलाकर पूरी हकीकत दिखाई जाएगी। इसके बाद उसने फोन काट दिया। इस पर इंस्पेक्टर भोजीपुरा मनोज कुमार को शक हुआ। फोन नंबर के आधार पर आरोपित के बारे में जानकारी जुटाई गई तो पता चला कि आरोपित तो वहीं है जिसे महाराष्ट्र पुलिस तलाश रही है। इसी के बाद महाराष्ट्र पुलिस को उन्होंने सूचना दी। जिसके बाद दोनों पकड़े गए।