बदायूं में गरीबों के हक पर डाका, बाजार में बिकने जा रहा बाल विकास पुष्टाहार योजना का 1275 लीटर रिफाइंड पुलिस ने पकड़ा

Robbery on rights of poor in Badaun कुपोषण को खत्म करने और गरीबों को लाभ देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बाल विकास सेवा सप्ताह आहार के तहत अनुपूरक पोषाहार वितरण कार्यक्रम शुरू किया गया। लेकिन विभाग के लोगों ने ही इस योजना को पलीता लगाना शुरू कर दिया।

By Ravi MishraEdited By: Publish:Sun, 24 Oct 2021 10:48 AM (IST) Updated:Sun, 24 Oct 2021 07:39 PM (IST)
बदायूं में गरीबों के हक पर डाका, बाजार में बिकने जा रहा बाल विकास पुष्टाहार योजना का 1275 लीटर रिफाइंड पुलिस ने पकड़ा
Breaking : बदायूं पुलिस ने पकड़ा बाल पुष्टाहार विभाग का 1275 लीटर रिफाइंड, तफ्तीश में जुटी पुलिस कर रही पूछताछ

बरेली, जेएनएन। Robbery on rights of poor in Badaun : कुपोषण को खत्म करने और गरीबों को लाभ देने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा बाल विकास सेवा सप्ताह आहार के तहत अनुपूरक पोषाहार वितरण कार्यक्रम शुरू किया गया। लेकिन विभाग के लोगों ने ही इस योजना को पलीता लगाना शुरू कर दिया। पोषाहार के नाम पर दिया जा रहा रिफाइंड बाजार में बेचा जा रहा है। ताजा मामला बदायूं जनपद के बिल्सी में सामने आया है। यहां पुलिस ने एक पिकअप पर लदी 85 पेटी में 1275 लीटर रिफाइंड बरामद किया है, जो बाजार में बिकने जा रही था।

थाना बिल्सी क्षेत्र के अंबियापुर चौराहे पर रविवार सुबह इंस्पेक्टर बिल्सी दिनेश कुमार शर्मा व उपनिरीक्षक राजीव कुमार वाहनों की चेकिंग करवा रहे थे। इसी दौरान शाहजहांपुर की ओर से आ रही एक पिकअप को रोका गया। पिकअप चालक से गाड़ी व उसमें लदे सामान के कागज बिल्टी आदि मांगी गई। इस पर चालक ने आनाकानी की तो पुलिस ने उसे व दो अन्य साथियों को पकड़ लिया और पिकअप समेत थाने ले आई। यहां तीनों से पूछताछ में पता चला कि पिकअप में रिफाइंड लदा है जो की सरकारी है। पिकअप में लदी कुल 85 पेटियों में 1275 लीटर रिफाइंड बरामद हुआ है।

पूछताछ करने पर चालक द्वारा बताया गया कि उसकी पिकअप में शाहजहांपुर के पुष्टाहार विभाग से यह माल लादा गया था। जिसे बिल्सी के आंगनबाड़ी केंद्र में उतारना था। इस पर पुलिस ने स्थानीय बाल विकास पुष्टाहार विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया गया। जिस पर बिल्सी की सीडीपीओ ने रिफाइंड को मंगाए जाने की जानकारी होने से मना कर दिया। इस पर पुलिस ने चालक से फिर पूछताछ शुरू कर दी है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार यह रिफाइंड बिल्सी में बिक्री के लिए आया था। इसे एक व्यापारी के यहां ले जाया जा रहा था।

पुलिस व्यापारी का नाम पता जानकार कार्रवाई करने की तैयारी कर ली है। फिलहाल थाने के उपनिरीक्षक राजीव कुमार की ओर से सरकारी संपत्ति की चेारी कर उसे बिक्री करने के मामले में शाहजहांपुर के थाना जैतीपुर के गांव जल्लापुर निवासी चालक नरेंद्र सिंह पुत्र पुत्तू, थाना तिलहर के गांव हारुन पुत्र बाबू व बिल्सी के गांव पुसगवां निवाीस दीपक उर्फ विपिन पुत्र सुखवीर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच की जा रही है। सीओ बिल्सी बलदेव सिंह खनेड़ा ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

कुपोषण से जंग के लिए दिया जाता रिफाइंडः प्रदेश सरकार द्वारा बाल विकास सेवा सप्ताह आहार के तहत अनुपूरक पोषाहार वितरण कार्यक्रम शुरू किया गया। इसके तहत गर्भवती, धात्रि, सात माह से तीन साल तक के बच्चे और तीन साल से छह साल तक के बच्चों के लिए चने की दाल और रिफाइंड दिया जाता है। इसे अलग अलग वर्गों में बांट कर वितरण के मानक तय किए गए हैं। सरकार का प्रयास है कि कोई भी बच्चा कुपोषित न रहे। इसके अलावा रेड लिस्ट में शामिल बच्चों व महिलाओं को देशी घी भी वितरित किया जाता है।

रेस्टोरेंट और ढा़बों पर होती सप्लाईः पुष्टाहार विभाग में आने वाले रिफाइंड की पैकिंग भी सरकारी ही होती है। इसलिए इसे खुले बाजार में नहीं बेचा जा सकता। लेकिन व्यापरी इसे आंगनबाड़ी और पुष्टाहार विभाग के कर्मचारियों से सेटिंग कर सीधे रेस्टोरेंट, रेहड़ी वाले और ढाबा संचालकों तक पहुंचा देते हैं। इस रिफाइंड की बाजार में कीमत 140 से 150 रुपये प्रति किलो है। लेकिन चोरी से बिक रहे इस रिफाइंड के 120 से 130 रुपये तक वसूल किए जाते हैं।

एक पेटी में 30 पैकेटः पुलिस द्वारा बरामद रिफाइंड की पेटियों को खोलकर देखा गया तो एक पेटी में 30 पैकेट निकले। यह पैकेट आधा-आधा किलोग्राम के थे। सभी पेटियों की गिनती करने पर 2550 पैकैट निकले। जिनका वजन कुल 1275 किलोग्राम निकला है। इंस्पेक्टर दिनेश कुमार शर्मा ने बताया कि चेकिंग के दौरान पिकअप रोकने पर रिफाइंड बरामद हुआ। पूछताछ में पता चला कि रिफाइंड को बेंचने के लिए ले जाया जा रहा था। विभाग के लोगों ने इस अपना माल नहीं बताया है। आरोपितों से पूछताछ के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। 

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